Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jul 2016 · 1 min read

शब्दों को बतियाते देखा….

(गीतिका)
******************************
*
शब्दों को बतियाते देखा,
सारा जग हथियाते देखा ।
*
स्नेह सुरों की बलि दे डाली,
कर्कश बन चिचियाते देखा ।
*
खूब ठहाके भरते थे जो,
आज उन्हें खिसियाते देखा ।
*
सिंहनाद वाली गर्जन को,
पल भर में मिमियाते देखा ।
*
पहले पुचकारा जी भर कर ,
फिर सबको लतियाते देखा ।
******************************
हरीश चन्द्र लोहुमी, लखनऊ, (उ॰प्र॰)
******************************

1 Comment · 250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*बाल गीत (मेरा मन)*
*बाल गीत (मेरा मन)*
Rituraj shivem verma
रिश्ते (एक अहसास)
रिश्ते (एक अहसास)
umesh mehra
आ भी जाओ
आ भी जाओ
Surinder blackpen
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
Sunil Suman
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
पूर्वार्थ
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Sakshi Tripathi
नारी तेरा रूप निराला
नारी तेरा रूप निराला
Anil chobisa
शीर्षक – वह दूब सी
शीर्षक – वह दूब सी
Manju sagar
होली (विरह)
होली (विरह)
लक्ष्मी सिंह
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
Kumar lalit
💐प्रेम कौतुक-287💐
💐प्रेम कौतुक-287💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
काली हवा ( ये दिल्ली है मेरे यार...)
काली हवा ( ये दिल्ली है मेरे यार...)
Manju Singh
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
कैसे यकीन करेगा कोई,
कैसे यकीन करेगा कोई,
Dr. Man Mohan Krishna
चलो निकट से जाकर,मैया के दर्शन कर आएँ (देवी-गीत)
चलो निकट से जाकर,मैया के दर्शन कर आएँ (देवी-गीत)
Ravi Prakash
मैं चाहता हूँ अब
मैं चाहता हूँ अब
gurudeenverma198
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
Vishal babu (vishu)
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
Tarun Singh Pawar
Tu Mainu pyaar de
Tu Mainu pyaar de
Swami Ganganiya
जिंदगी की सांसे
जिंदगी की सांसे
Harminder Kaur
2436.पूर्णिका
2436.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बाहर-भीतर
बाहर-भीतर
Dhirendra Singh
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हौसला
हौसला
Sanjay ' शून्य'
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
लालच
लालच
Vandna thakur
दोस्ती का एहसास
दोस्ती का एहसास
Dr fauzia Naseem shad
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...