Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2022 · 1 min read

वह खूब रोए।

मेरी मय्यत पर आकर वह खुब रोए।
उनको पता था हमारे जैसा महबूब ना मिलेगा।।

उनको अब ना मोहब्बत होगी दिलसे।
प्यार ही इतना देकर जा रहा हूं कम ना पड़ेगा।।

✍✍ताज मोहम्मद✍✍

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 4 Comments · 302 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बहुत संभाल कर रखी चीजें
बहुत संभाल कर रखी चीजें
Dheerja Sharma
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
Kumar lalit
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हमेशा समय के साथ चलें,
हमेशा समय के साथ चलें,
नेताम आर सी
न कुछ पानें की खुशी
न कुछ पानें की खुशी
Sonu sugandh
सिकन्दर वक्त होता है
सिकन्दर वक्त होता है
Satish Srijan
2737. *पूर्णिका*
2737. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
Rj Anand Prajapati
नफरत दिलों की मिटाने, आती है यह होली
नफरत दिलों की मिटाने, आती है यह होली
gurudeenverma198
क्या बोलूं
क्या बोलूं
Dr.Priya Soni Khare
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Rajni kapoor
महफ़िल जो आए
महफ़िल जो आए
हिमांशु Kulshrestha
हाशिए के लोग
हाशिए के लोग
Shekhar Chandra Mitra
■ ज्यादा कौन लिखे?
■ ज्यादा कौन लिखे?
*Author प्रणय प्रभात*
*श्री विजय कुमार अग्रवाल*
*श्री विजय कुमार अग्रवाल*
Ravi Prakash
घर के राजदुलारे युवा।
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
बस हौसला करके चलना
बस हौसला करके चलना
SATPAL CHAUHAN
खुद पर विश्वास करें
खुद पर विश्वास करें
Dinesh Gupta
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
shabina. Naaz
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
चुनाव चालीसा
चुनाव चालीसा
विजय कुमार अग्रवाल
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
Neeraj Agarwal
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
VINOD CHAUHAN
*दादी चली गई*
*दादी चली गई*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन के किसी भी
जीवन के किसी भी
Dr fauzia Naseem shad
प्याकको ह्याङ्गओभर
प्याकको ह्याङ्गओभर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
काफी लोगो ने मेरे पढ़ने की तेहरिन को लेकर सवाल पूंछा
काफी लोगो ने मेरे पढ़ने की तेहरिन को लेकर सवाल पूंछा
पूर्वार्थ
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
VEDANTA PATEL
Loading...