Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2022 · 1 min read

राम नवमी

राम नवमी
********
शुभ-अवसर है राम-जन्म का,
आओ सब मिल शीश झुकाएं।
हम तम को मारें, दीप जलाएं,
राम जैसा हम चरित्र बनाए।।

आती है हर मास में नवमी
इस नवमी की छटा निराली।
नवराते जग शक्ति पूजे हम
शीतल,ज्वाला,गौरी, काली।।

राम जन्म जिस नवमी होता,
उस नवमी की महिमा अद्भुत।
सृष्टि भी होती है मतवाली,
दिन में होली रात में दिवाली।।

भ्रष्टाचार का करे हम उन्मूलन,
गुंडों को कड़ी सजा दिलवाए।
नारी का सम्मान हो देश में,
फिर से देश में रामराज आए।।

राम जैसे सुपुत्र बने हम
सीता जैसी बने सब नारी।
लक्ष्मण जैसे भाई बने हम,
हनुमान जैसे कल्याणकारी।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
कभी कभी मौन रहने के लिए भी कम संघर्ष नहीं करना पड़ता है।
कभी कभी मौन रहने के लिए भी कम संघर्ष नहीं करना पड़ता है।
Paras Nath Jha
बच्चों के साथ बच्चा बन जाना,
बच्चों के साथ बच्चा बन जाना,
लक्ष्मी सिंह
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
आप अपने मन को नियंत्रित करना सीख जाइए,
Mukul Koushik
💐प्रेम कौतुक-532💐
💐प्रेम कौतुक-532💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रे ज़िन्दगी
रे ज़िन्दगी
Jitendra Chhonkar
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
चंद्रयान विश्व कीर्तिमान
चंद्रयान विश्व कीर्तिमान
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मौन
मौन
Shyam Sundar Subramanian
फरियादी
फरियादी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
Arun Kumar Yadav
दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
Phool gufran
2974.*पूर्णिका*
2974.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Weekend
Weekend
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्वयं को स्वयं पर
स्वयं को स्वयं पर
Dr fauzia Naseem shad
Legal Quote
Legal Quote
GOVIND UIKEY
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
मैं भूत हूँ, भविष्य हूँ,
Harminder Kaur
कैसी-कैसी हसरत पाले बैठे हैं
कैसी-कैसी हसरत पाले बैठे हैं
विनोद सिल्ला
*मायावी मारा गया, रावण प्रभु के हाथ (कुछ दोहे)*
*मायावी मारा गया, रावण प्रभु के हाथ (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
ईद की दिली मुबारक बाद
ईद की दिली मुबारक बाद
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■ कोई तो हो...।।
■ कोई तो हो...।।
*Author प्रणय प्रभात*
कभी
कभी
Ranjana Verma
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
अनिल कुमार
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
surenderpal vaidya
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
खुश रहने की कोशिश में
खुश रहने की कोशिश में
Surinder blackpen
अपराध बोध (लघुकथा)
अपराध बोध (लघुकथा)
दुष्यन्त 'बाबा'
मिसाल रेशमा
मिसाल रेशमा
Dr. Kishan tandon kranti
चोंच से सहला रहे हैं जो परों को
चोंच से सहला रहे हैं जो परों को
Shivkumar Bilagrami
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
Shweta Soni
सितारा कोई
सितारा कोई
shahab uddin shah kannauji
Loading...