Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2016 · 1 min read

यादों की गठरी

उन्हें याद नहीं आती हमारी, गुरुर में,
वो खोये है जाने किस सुरूर में।

जिस वक़्त के लम्हात ने हमको रुलाया है,
उस वक़्त का झोंका तेरी गली में आया है।

इस बार तेरी यादों की गठरी बनाएंगे,
ख़ुद भी जलेंगे और तेरी यादें जलाएँगे।

इस बार जो हम रूठे तो ऐसे रूठ जाएंगे
वहां चले जाएगे जहां आप मनाने नही आ पाएंगे।

हर बार हम रोये तो तुम कीमत न जानोगी,
हमारी याद मैं तुम्हें रुलाकर अश्कों की कीमत बताएंगे।

Language: Hindi
620 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
कुछ अजीब से वाक्या मेरे संग हो रहे हैं
Ajad Mandori
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
Writer_ermkumar
सजाता कौन
सजाता कौन
surenderpal vaidya
क्या तुम इंसान हो ?
क्या तुम इंसान हो ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
अंतरंग प्रेम
अंतरंग प्रेम
Paras Nath Jha
हमको इतनी आस बहुत है
हमको इतनी आस बहुत है
Dr. Alpana Suhasini
♥️
♥️
Vandna thakur
People will chase you in 3 conditions
People will chase you in 3 conditions
पूर्वार्थ
*विश्व योग दिवस : 21 जून (मुक्तक)*
*विश्व योग दिवस : 21 जून (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
Shekhar Chandra Mitra
“जगत जननी: नारी”
“जगत जननी: नारी”
Swara Kumari arya
भले उधार सही
भले उधार सही
Satish Srijan
बोल
बोल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खुद की नज़रों में भी
खुद की नज़रों में भी
Dr fauzia Naseem shad
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
विचार और रस [ दो ]
विचार और रस [ दो ]
कवि रमेशराज
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हे! दिनकर
हे! दिनकर
पंकज कुमार कर्ण
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
Rita Singh
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
और तुम कहते हो मुझसे
और तुम कहते हो मुझसे
gurudeenverma198
दर्द की मानसिकता
दर्द की मानसिकता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पत्थर
पत्थर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
■ उनके लिए...
■ उनके लिए...
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-214💐
💐प्रेम कौतुक-214💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ख्वाब नाज़ुक हैं
ख्वाब नाज़ुक हैं
rkchaudhary2012
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
मेरी मोहब्बत का उसने कुछ इस प्रकार दाम दिया,
मेरी मोहब्बत का उसने कुछ इस प्रकार दाम दिया,
Vishal babu (vishu)
Loading...