Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2020 · 1 min read

मौत मंजिल है और जिंदगी है सफर

मौत मंजिल है, और जिंदगी है सफर
इस सफर का, जहां में मजा लीजिए
कब आएगी मंजिल, किसको पता
लुफ्त हर घड़ी का उठा लीजिए
न कुछ लाए यहां, ना ही ले जाओगे
जो मिला है, उसी में सबर कीजिए
कभी सुख आएगा, कभी दुख आएगा
वक्त रुकता नहीं, सब गुजर जाएगा
एक नदी की तरह, ये सफर कीजिए
इस सफर में मिलेंगे मुसाफिर बहुत
सबसे मिलिए, सभी का अदब कीजिए
मिले मंजिल मुकम्मल सभी खुश रहें
अपने दिल में, खुदा से दुआ कीजिए

Language: Hindi
11 Likes · 5 Comments · 4623 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
आ भी जाओ
आ भी जाओ
Surinder blackpen
इतिहास गवाह है
इतिहास गवाह है
शेखर सिंह
रार बढ़े तकरार हो,
रार बढ़े तकरार हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुम्हें लगता है, मैं धोखेबाज हूँ ।
तुम्हें लगता है, मैं धोखेबाज हूँ ।
Dr. Man Mohan Krishna
तेरी आदत में
तेरी आदत में
Dr fauzia Naseem shad
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
पूर्वार्थ
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
◆व्यक्तित्व◆
◆व्यक्तित्व◆
*Author प्रणय प्रभात*
जब दूसरो को आगे बड़ता देख
जब दूसरो को आगे बड़ता देख
Jay Dewangan
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
"पवित्र पौधा"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
अनिल कुमार
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*हिंदी भाषा में नुक्तों के प्रयोग का प्रश्न*
*हिंदी भाषा में नुक्तों के प्रयोग का प्रश्न*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-390💐
💐प्रेम कौतुक-390💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
चींटी रानी
चींटी रानी
Dr Archana Gupta
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
23/116.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/116.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दुसेरें को इज्जत देना हार मानव का कर्तंव्य है।  ...‌राठौड श्
दुसेरें को इज्जत देना हार मानव का कर्तंव्य है। ...‌राठौड श्
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
🙏
🙏
Neelam Sharma
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
Kshma Urmila
आहत बता गयी जमीर
आहत बता गयी जमीर
भरत कुमार सोलंकी
जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी
जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
नहीं चाहता मैं यह
नहीं चाहता मैं यह
gurudeenverma198
मैं भारत हूं
मैं भारत हूं
Ms.Ankit Halke jha
Loading...