Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2022 · 1 min read

“ मेरे राम ”

जिस तरफ मेरी आँखे देखती है “मेरे राम” ही नज़र आते है ,
मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, गिरिजाघर में वो ही नज़र आते है I

उसके बनाए शामियाने तले हम अपना आशियाना बनाते है ,
“जहाँ” में आसमान-समुंदर सब उसके सामने पनाह माँगते है,
इंसान तो क्या पशु-पंछी भी उससे जिन्दगी की भीख माँगते है,
गरूर के जाल में फंसकर हम उसके रहने का स्थान बताते है I

जिस तरफ मेरी आँखे देखती है “मेरे राम” ही नज़र आते है ,
मन्दिर, मस्जिद ,गुरुद्वारा ,गिरिजाघर में वो ही नज़र आते है I

“मेरे राम” के हरियाले गुलशन के “फूलों” को मत जलाओ,
उसकी सुंदर आँखों में आंसुओ की धाराओं को मत बहाओ,
उसकी चादर पहनकर किराए के मकानों को मत सजाओ,
इधर भी है राम, उधर भी राम अपने नैनो को मत भरमाओ I

जिस तरफ मेरी आँखे देखती है “मेरे राम” ही नज़र आते है ,
मन्दिर, मस्जिद,गुरुद्वारा,गिरिजाघर में वो ही नज़र आते है I

“मेरे राम” तेरे इस समुंदर को पार करके ही हमें है आगे जाना ,
क्या लेकर आया था जग में क्या लेकर जायेगा ?सब है बताना,
परदेशी लगा है बुनने में , परदेश में एक और नया ताना-बाना ,
किराये के मकान में रहते-२ उसे अपना पक्का ठिकाना जाना I

जिस तरफ मेरी आँखे देखती है “मेरे राम” ही नज़र आते है ,
“ राज ” गुरुजी की खूबसूरत आँखों में वो ही नज़र आते है I
**********************
देशराज “राज”
कानपुर

Language: Hindi
1516 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
3254.*पूर्णिका*
3254.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
बेटियां तो बस बेटियों सी होती है।
Taj Mohammad
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
क्यों तुमने?
क्यों तुमने?
Dr. Meenakshi Sharma
सजाता कौन
सजाता कौन
surenderpal vaidya
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
Sanjay ' शून्य'
वृक्षारोपण का अर्थ केवल पौधे को रोपित करना ही नहीं बल्कि उसक
वृक्षारोपण का अर्थ केवल पौधे को रोपित करना ही नहीं बल्कि उसक
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
छोटे-मोटे कामों और
छोटे-मोटे कामों और
*Author प्रणय प्रभात*
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*पाते किस्मत के धनी, जाड़ों वाली धूप (कुंडलिया)*
*पाते किस्मत के धनी, जाड़ों वाली धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
In case you are more interested
In case you are more interested
Dhriti Mishra
*** तस्वीर....!!! ***
*** तस्वीर....!!! ***
VEDANTA PATEL
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता
हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता
SPK Sachin Lodhi
"गलतफहमी"
Dr. Kishan tandon kranti
🍁अंहकार🍁
🍁अंहकार🍁
Dr. Vaishali Verma
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
तेरा एहसास
तेरा एहसास
Dr fauzia Naseem shad
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अमीरों की गलियों में
अमीरों की गलियों में
gurudeenverma198
आप जिंदगी का वो पल हो,
आप जिंदगी का वो पल हो,
Kanchan Alok Malu
जख्म हरे सब हो गए,
जख्म हरे सब हो गए,
sushil sarna
दोहा छन्द
दोहा छन्द
नाथ सोनांचली
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
हमे यार देशी पिला दो किसी दिन।
हमे यार देशी पिला दो किसी दिन।
विजय कुमार नामदेव
उम्मीदों का उगता सूरज बादलों में मौन खड़ा है |
उम्मीदों का उगता सूरज बादलों में मौन खड़ा है |
कवि दीपक बवेजा
माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं।
माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
वक्त का सिलसिला बना परिंदा
वक्त का सिलसिला बना परिंदा
Ravi Shukla
💐Prodigy Love-40💐
💐Prodigy Love-40💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...