Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2016 · 1 min read

*मिटने वाली रात नहीं*

मिटने वाली रात नहीं
…आनन्द विश्वास

दीपक की है क्या बिसात, सूरज के वश की बात नहीं।
चलते–चलते थके सूर्य, पर मिटने वाली रात नहीं।
चारों ओर निशा का शासन,
सूरज भी निस्तेज हो गया।
कल तक जो पहरा देता था,
आज वही चुपचाप सो गया।
सूरज भी दे दे उजियारा , ऐसे अब हालत नहीं,
चलते – चलते थके सूर्य, पर मिटने वाली रात नहीं।
इन कजरारी काली रातों में,
चंद्र-किरण भी लुप्त हो गई।
भोली – भाली गौर वर्ण थी,
वह रजनी भी ‘ब्लैक’ हो गई।
सब सुनते हैं, सहते सब, करता कोई आघात नहीं,
चलते – चलते थके सूर्य, पर मिटने वाली रात नहीं।
सूरज तो बस एक चना है,
तम का शासन बहुत घना है।
किरण-पुंज भी नजरबंद है,
आँख खोलना सख्त मना है।
किरण-पुंज को मुक्त करा दे, है कोई नभ जात नहीं,
चलते – चलते थके सूर्य, पर मिटने वाली रात नहीं।
हर दिन सूरज आये जाये,
पहरा चंदा हर रात लगाये।
तम का मुँह काला करने को,
हर शाम दिवाली दिया जलाये।
तम भी नहीं किसी से कम है, खायेगा वह मात नहीं,
चलते – चलते थके सूर्य, पर मिटने वाली रात नहीं।
ढह सकता है कहर तिमिर का,
नर-तन यदि मानव बन जाये।
हो सकता है भोर सुनहरा,
मन का दीपक यदि जल जाये।
तम के मन में दिया जले, तब होने वाली रात नहीं,
चलते – चलते थके सूर्य, पर मिटने वाली रात नहीं।
*****
…आनन्द विश्वास

Language: Hindi
1 Like · 939 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
.... कुछ....
.... कुछ....
Naushaba Suriya
रक्त से सीचा मातृभूमि उर,देकर अपनी जान।
रक्त से सीचा मातृभूमि उर,देकर अपनी जान।
Neelam Sharma
Radiance
Radiance
Dhriti Mishra
बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।
बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*मासूम पर दया*
*मासूम पर दया*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
धरी नहीं है धरा
धरी नहीं है धरा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए*
*चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हंसी आ रही है मुझे,अब खुद की बेबसी पर
हंसी आ रही है मुझे,अब खुद की बेबसी पर
Pramila sultan
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
SATPAL CHAUHAN
डॉक्टर
डॉक्टर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सदा के लिए
सदा के लिए
Saraswati Bajpai
तथागत प्रीत तुम्हारी है
तथागत प्रीत तुम्हारी है
Buddha Prakash
नहीं हूँ अब मैं
नहीं हूँ अब मैं
gurudeenverma198
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
साहित्यकार गजेन्द्र ठाकुर: व्यक्तित्व आ कृतित्व।
Acharya Rama Nand Mandal
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
हज़ारों साल
हज़ारों साल
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
सम्पूर्ण सनातन
सम्पूर्ण सनातन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कुछ भी तो इस जहाँ में
कुछ भी तो इस जहाँ में
Dr fauzia Naseem shad
My City
My City
Aman Kumar Holy
प्रार्थना (मधुमालती छन्द)
प्रार्थना (मधुमालती छन्द)
नाथ सोनांचली
धार तुम देते रहो
धार तुम देते रहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भाग्य प्रबल हो जायेगा
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोस्ती तेरी मेरी
दोस्ती तेरी मेरी
Surya Barman
#चाकलेटडे
#चाकलेटडे
सत्य कुमार प्रेमी
*रखिए एक दिवस सभी, मोबाइल को बंद (कुंडलिया)*
*रखिए एक दिवस सभी, मोबाइल को बंद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
फूल
फूल
Punam Pande
जब साँसों का देह से,
जब साँसों का देह से,
sushil sarna
गांव
गांव
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
"यादों की बारात"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...