Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2016 · 1 min read

बागबाँ हो जाता है

पढ बच्चन की मधुशाला मन बागबां हो जाता है
पढ बच्चन की मधुशाला ख्याब नया मैं बन जाता है
पी बच्चन की मधुशाला भाव विभोर मैं हो जाता हूँ
पी प्याला युग जुग प्यास और सबमें जग जाती है

आज एक नूतन मधु शाला मैं भी तेरे लिए गढता हूँ
पिला पिला कर रस प्याला सराबोर मैं करता हूँ
ऐसी पिपासा से उन्मुक्त सदा के मै तुझे करता हूँ
भूल जाऐगा तू जाना अब जाना हमेशा शराब शाला।

Language: Hindi
72 Likes · 280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
सत्य
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
2789. *पूर्णिका*
2789. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बोर्ड परीक्षा में सुधार के उपाय
बोर्ड परीक्षा में सुधार के उपाय
Ravi Prakash
"नजरिया"
Dr. Kishan tandon kranti
पत्नी
पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
कहती है हमें अपनी कविताओं में तो उतार कर देख लो मेरा रूप यौव
कहती है हमें अपनी कविताओं में तो उतार कर देख लो मेरा रूप यौव
DrLakshman Jha Parimal
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
🌿⚘️प्राचीन  मंदिर (मड़) ककरुआ⚘️🌿
🌿⚘️प्राचीन मंदिर (मड़) ककरुआ⚘️🌿
Ms.Ankit Halke jha
अजब गजब
अजब गजब
Akash Yadav
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
राजनीति
राजनीति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
!! शिव-शक्ति !!
!! शिव-शक्ति !!
Chunnu Lal Gupta
#हृदय_दिवस_पर
#हृदय_दिवस_पर
*Author प्रणय प्रभात*
किसान भैया
किसान भैया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अब न वो आहें बची हैं ।
अब न वो आहें बची हैं ।
Arvind trivedi
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
Anil chobisa
सत्यता वह खुशबू का पौधा है
सत्यता वह खुशबू का पौधा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
💐इश्क़ में फ़क़्र होना भी शर्त है💐
💐इश्क़ में फ़क़्र होना भी शर्त है💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रात भर नींद भी नहीं आई
रात भर नींद भी नहीं आई
Shweta Soni
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
Sanjay ' शून्य'
नमः शिवाय ।
नमः शिवाय ।
Anil Mishra Prahari
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
VINOD CHAUHAN
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
Er. Sanjay Shrivastava
अनंतनाग में परचम फहरा गए
अनंतनाग में परचम फहरा गए
Harminder Kaur
अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर
अक्सर कोई तारा जमी पर टूटकर
'अशांत' शेखर
क्यों अब हम नए बन जाए?
क्यों अब हम नए बन जाए?
डॉ० रोहित कौशिक
❤बिना मतलब के जो बात करते है
❤बिना मतलब के जो बात करते है
Satyaveer vaishnav
"शेष पृष्ठा
Paramita Sarangi
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
Loading...