Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2016 · 1 min read

बर्फ का गोला

आज फिर वही तपती दोपहर थी
वही पगडंडी थी .वही गर्म रेत थी
नही थे तो बस तुम!!!
याद है …हम दोनो घंटों उस पगडंडी पे
बर्फ के गोले वाले का इंतजार करते थे .
सच तो ये है ..एक दूसरे को करार दिया करते थे
उसके आते ही तुम चाशनी की मॉग करते थे
और मै काला खट्टा की जिद्द करती थी
जिदंगी बर्फ के गोले जैसी सिमट गई है
जरा सी गर्माहट पे पिघल जाती है
काश! वो दिन फिर से लौट आए !!
मै चाशनी मे घुल जाउंगी
तुम काला खट्टा खा लेना

Language: Hindi
1095 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
हमारी जिंदगी ,
हमारी जिंदगी ,
DrLakshman Jha Parimal
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
Phool gufran
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
कवि रमेशराज
भूलाया नहीं जा सकता कभी
भूलाया नहीं जा सकता कभी
gurudeenverma198
सौ बरस की जिंदगी.....
सौ बरस की जिंदगी.....
Harminder Kaur
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
Ravi Prakash
3028.*पूर्णिका*
3028.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
मदमस्त
मदमस्त "नीरो"
*Author प्रणय प्रभात*
धूर अहा बरद छी (मैथिली व्यङ्ग्य कविता)
धूर अहा बरद छी (मैथिली व्यङ्ग्य कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सितम ढाने का, हिसाब किया था हमने,
सितम ढाने का, हिसाब किया था हमने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तेरी नादाँ समझ को समझा दे अभी मैं ख़ाक हुवा नहीं
तेरी नादाँ समझ को समझा दे अभी मैं ख़ाक हुवा नहीं
'अशांत' शेखर
"यादों के अवशेष"
Dr. Kishan tandon kranti
रोटी रूदन
रोटी रूदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
Sundeep Thakur
"मेरे हमसफर"
Ekta chitrangini
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
गौभक्त और संकट से गुजरते गाय–बैल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
आज हमने सोचा
आज हमने सोचा
shabina. Naaz
कातिल अदा
कातिल अदा
Bodhisatva kastooriya
जीतना
जीतना
Shutisha Rajput
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
FORGIVE US (Lamentations of an ardent lover of nature over the pitiable plight of “Saranda” Forest.)
FORGIVE US (Lamentations of an ardent lover of nature over the pitiable plight of “Saranda” Forest.)
Awadhesh Kumar Singh
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
पूर्वार्थ
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली 2023
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली 2023
Shashi Dhar Kumar
तानाशाहों की मौत
तानाशाहों की मौत
Shekhar Chandra Mitra
संतोष धन
संतोष धन
Sanjay ' शून्य'
प्रणय 3
प्रणय 3
Ankita Patel
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
Loading...