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28 Apr 2022 · 1 min read

हर एक रिश्ता निभाता पिता है –गीतिका

पिता
गीतिका
————————

हमें पाठ सच का पढ़ाता पिता है ।
कि हर एक रिश्ता निभाता पिता है ।

वो देता है हर एक प्रश्नों का उत्तर ,
जो दुनिया का परिचय कराता पिता है ।

सजाता है रोचक खिलौनों से घर को ,
जो अँगुली पकड़कर चलाता पिता है ।

दुखों या गरीबी से लड़कर हमेशा ,
जो भूखा रहे पर खिलाता पिता है ।

रहा यार चुप वो मेरी जिद के आगे ,
जो ख़ुद हार हमको जिताता पिता है ।

वफ़ादार सेवक है साथी सदा का ,
सिखाता पढ़ाता विधाता पिता है ।

महज़ प्यार रकमिश है फटकार उसकी ,
तेरे दर्द से छटपटाता पिता है ।

– रकमिश सुल्तानपुरी

12 Likes · 15 Comments · 612 Views
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