Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2021 · 1 min read

नयन हुए दो चार, जागी प्रीत पुरानी

सम्मुख पड़ी सांवरी सूरत, सुध-बुध सब विसराई
रोम रोम रोमांच हुआ, पलक नहीं झपकाई
देखत आनन मौन हुआ, बोलन लागे नैन
नयन नयन में हो गए, मीठे मीठे वैन
नयन हुए दो चार, जागी प्रीत पुरानी
तन मन दोनों हुए प़फुल्लित, प्रीत न हृदय समानी
देख रहे थे एकटक दोनों, पलक नहीं झपकानी
बने हुए हैं एक दूजे को, मन ही मन पहचानी
दृगों से अंतस उतर गईं, दो आत्माएं अंजानी

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
2 Likes · 8 Comments · 226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है
नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है
'अशांत' शेखर
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
फितरत
फितरत
Dr.Priya Soni Khare
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
'उड़ान'
'उड़ान'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*नभ में सबसे उच्च तिरंगा, भारत का फहराऍंगे (देशभक्ति गीत)*
*नभ में सबसे उच्च तिरंगा, भारत का फहराऍंगे (देशभक्ति गीत)*
Ravi Prakash
Samay  ka pahiya bhi bada ajib hai,
Samay ka pahiya bhi bada ajib hai,
Sakshi Tripathi
I
I
Ranjeet kumar patre
हो रही है ये इनायतें,फिर बावफा कौन है।
हो रही है ये इनायतें,फिर बावफा कौन है।
पूर्वार्थ
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
बताइए
बताइए
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन का सफर
जीवन का सफर
नवीन जोशी 'नवल'
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
💐प्रेम कौतुक-326💐
💐प्रेम कौतुक-326💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
थक गई हूं
थक गई हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मन बहुत चंचल हुआ करता मगर।
मन बहुत चंचल हुआ करता मगर।
surenderpal vaidya
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
मेरी माटी मेरा देश
मेरी माटी मेरा देश
Dr Archana Gupta
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
माटी
माटी
AMRESH KUMAR VERMA
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
ruby kumari
■ जैसी करनी, वैसी भरनी।।
■ जैसी करनी, वैसी भरनी।।
*Author प्रणय प्रभात*
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मेरी मोहब्बत का चाँद
मेरी मोहब्बत का चाँद
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दोस्ती
दोस्ती
Monika Verma
खूबसूरत पड़ोसन का कंफ्यूजन
खूबसूरत पड़ोसन का कंफ्यूजन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिसने हर दर्द में मुस्कुराना सीख लिया उस ने जिंदगी को जीना स
जिसने हर दर्द में मुस्कुराना सीख लिया उस ने जिंदगी को जीना स
Swati
Loading...