Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2016 · 1 min read

दुर्मिल सवैया

दुर्मिल सवैया
॰॰॰
हम चाह रहे कुछ वक्त मिले इस जीवन मेँ कविता चलती
यह भागमभाग भरी दुनिया अब छोड़ कहीँ दिल मेँ पलती
कविता बिन चैन कहाँ कवि को यह साँस समा कर के ढलती
पर वक्त नहीँ मिलता पल तो यह बात बड़ी मन को खलती

– आकाश महेशपुरी

Language: Hindi
280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां कात्यायनी
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
चैन से जिंदगी
चैन से जिंदगी
Basant Bhagawan Roy
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
लड़ी दामिनी ने निर्भय ने, सबकी एक लड़ाई (गीत)
लड़ी दामिनी ने निर्भय ने, सबकी एक लड़ाई (गीत)
Ravi Prakash
विपक्ष से सवाल
विपक्ष से सवाल
Shekhar Chandra Mitra
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया
Surinder blackpen
सावन में संदेश
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
कर्म ही है श्रेष्ठ
कर्म ही है श्रेष्ठ
Sandeep Pande
नहीं है पूर्ण आजादी
नहीं है पूर्ण आजादी
लक्ष्मी सिंह
Tlash
Tlash
Swami Ganganiya
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
किये वादे सभी टूटे नज़र कैसे मिलाऊँ मैं
आर.एस. 'प्रीतम'
कविता
कविता
Rambali Mishra
गजब है उनकी सादगी
गजब है उनकी सादगी
sushil sarna
शीत लहर
शीत लहर
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
Dr Archana Gupta
वन को मत काटो
वन को मत काटो
Buddha Prakash
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
एक अजीब सी आग लगी है जिंदगी में,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
उसे तो आता है
उसे तो आता है
Manju sagar
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
महसूस होता है जमाने ने ,
महसूस होता है जमाने ने ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जीतना
जीतना
Shutisha Rajput
पहला अहसास
पहला अहसास
Falendra Sahu
उजियारी ऋतुओं में भरती
उजियारी ऋतुओं में भरती
Rashmi Sanjay
गुरु महादेव रमेश गुरु है,
गुरु महादेव रमेश गुरु है,
Satish Srijan
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
दिल चाहे कितने भी,
दिल चाहे कितने भी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
शराबी
शराबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुप्रभात
सुप्रभात
Seema Verma
Loading...