Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2022 · 1 min read

तब से भागा कोलेस्ट्रल

बढ़ा शरीर में काॅलेस्ट्रल,
कुछ न सूझा इसका हल,
आसन करूंँ या प्राणायाम,
दौड़ लगाऊंँ या व्यायाम,
सब कुछ नीरस जैसा लगता,
आलस मन के पीछे पड़ता।
बढ़ा शरीर में काॅलेस्ट्रल,
कुछ न सूझा इसका हल,
डॉक्टर-वैद्य से करूंँ इलाज
या जाऊंँ महंँगा अस्पताल,
कर दूंँ भोजन का ही त्याग,
घी, तेल औ चिकन कबाब।
बढ़ा शरीर में काॅलेस्ट्रल,
तब सूझा इक इसका हल,
सब्जी का इक बाग लगाया,
गोभी, भिंडी दो-एक फल,
नित्य बागवानी औ गौसेवा,
तब से भागा काॅलेस्ट्रल।

मौलिक व स्वरचित
©® श्री रमण
बेगूसराय, (बिहार)

5 Likes · 6 Comments · 373 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
View all
You may also like:
काले दिन ( समीक्षा)
काले दिन ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ज़िस्म की खुश्बू,
ज़िस्म की खुश्बू,
Bodhisatva kastooriya
जीवन उर्जा ईश्वर का वरदान है।
जीवन उर्जा ईश्वर का वरदान है।
Anamika Singh
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Srishty Bansal
चांद कहां रहते हो तुम
चांद कहां रहते हो तुम
Surinder blackpen
मन बहुत चंचल हुआ करता मगर।
मन बहुत चंचल हुआ करता मगर।
surenderpal vaidya
नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता।
नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मैं आजादी तुमको दूंगा,
मैं आजादी तुमको दूंगा,
Satish Srijan
रास्तों पर चलने वालों को ही,
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
"बदलते भारत की तस्वीर"
पंकज कुमार कर्ण
👌आह्वान👌
👌आह्वान👌
*Author प्रणय प्रभात*
खोया हुआ वक़्त
खोया हुआ वक़्त
Sidhartha Mishra
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती।
अपनों में कभी कोई दूरी नहीं होती।
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
औरत की हँसी
औरत की हँसी
Dr MusafiR BaithA
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
*स्वस्थ देह दो हमको प्रभु जी, बाकी सब बेकार (गीत)*
*स्वस्थ देह दो हमको प्रभु जी, बाकी सब बेकार (गीत)*
Ravi Prakash
💐प्रेम की राह पर-75💐
💐प्रेम की राह पर-75💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रतिशोध
प्रतिशोध
Shyam Sundar Subramanian
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
पूर्वार्थ
हौसला
हौसला
Monika Verma
करते तो ख़ुद कुछ नहीं, टांग खींचना काम
करते तो ख़ुद कुछ नहीं, टांग खींचना काम
Dr Archana Gupta
हवन
हवन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चलो दो हाथ एक कर ले
चलो दो हाथ एक कर ले
Sûrëkhâ Rãthí
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
अच्छे किरदार की
अच्छे किरदार की
Dr fauzia Naseem shad
ক্ষেত্রীয়তা ,জাতিবাদ
ক্ষেত্রীয়তা ,জাতিবাদ
DrLakshman Jha Parimal
फागुन की अंगड़ाई
फागुन की अंगड़ाई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Music and Poetry
Music and Poetry
Shivkumar Bilagrami
Loading...