Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2022 · 1 min read

जिसको चुराया है उसने तुमसे

वैसे तो तुम्हारे नाम से,
चुरा लिया है उसने,
एक ऐसी चीज को,
जिसको रख दिया जाये अगर,
तो वह सोने की तरह होगी रोशन,
जलेगी नहीं वह कभी
अमिट है वह सच में।

छूना चाहा था किसी ने,
लगाना चाहा था किसी ने,
दाग तुम्हारे दामन पर,
तुमको देकर कोई लोभ,
मगर उसने बचा लिया,
तेरे पवित्र दामन को,
क्योंकि उसको थी तुमसे,
सच में सच्ची मोहब्बत।

उसको बहुत अच्छा लगता था,
तुम्हारा नाम और काम,
तुम्हारा उससे गुस्सा होना,
तुम्हारा उससे रूठना हर बात पर,
तुम्हारा खिलखिलाकर हंसना,
अपनी आँखों से मन की बात कहना,
इसीलिए वह करीब था तुम्हारे।

बहकाया था जमाने ने उसको,
तुम्हारे खिलाफ सच में बहुत,
कमियां तुम्हारी बताकर,
दाग तुम्हारे में बताकर,
करना चाहा था तुमसे दूर,
मगर वह दूर तुमसे नहीं हुआ,
क्योंकि उसको तुमसे वास्तव में,
सच्ची मोहब्बत थी दिल से।

आज चाहे जी रहे हो तुम,
अपनी-अपनी जिंदगी को,
अपने-अपने हिसाब से,
मगर उसने रखी है वह चीज,
एक अमानत के हिसाब से,
अपने पास सम्भालकर,
सोने की तरह पवित्र-बेदाग,
तुम्हारे नाम का प्रथम शब्द,
जिसको चुराया है उसने तुमसे।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
212 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sundeep Thakur
प्रेम की चाहा
प्रेम की चाहा
RAKESH RAKESH
गरीबी में सौन्दर्य है।
गरीबी में सौन्दर्य है।
Acharya Rama Nand Mandal
परीक्षा है सर पर..!
परीक्षा है सर पर..!
भवेश
नशा
नशा
Ram Krishan Rastogi
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
Author Dr. Neeru Mohan
जिसको गोदी मिल गई ,माँ की हुआ निहाल (कुंडलिया)
जिसको गोदी मिल गई ,माँ की हुआ निहाल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गज़ले
गज़ले
Dr fauzia Naseem shad
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
Mukesh Kumar Sonkar
అతి బలవంత హనుమంత
అతి బలవంత హనుమంత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
होली
होली
Kanchan Khanna
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
"आकांक्षा" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
dks.lhp
3073.*पूर्णिका*
3073.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम्मीर देव चौहान
हम्मीर देव चौहान
Ajay Shekhavat
"स्मार्ट कौन?"
Dr. Kishan tandon kranti
गोरी का झुमका
गोरी का झुमका
Surinder blackpen
जीवन उत्साह
जीवन उत्साह
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जगदाधार सत्य
जगदाधार सत्य
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है।
नेताम आर सी
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
VINOD CHAUHAN
रक्तदान
रक्तदान
Neeraj Agarwal
बेवफाई मुझसे करके तुम
बेवफाई मुझसे करके तुम
gurudeenverma198
धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है।
धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है।
Paras Nath Jha
कलयुगी की रिश्ते है साहब
कलयुगी की रिश्ते है साहब
Harminder Kaur
🥰 होली पर कुछ लेख 🥰
🥰 होली पर कुछ लेख 🥰
Swati
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
Loading...