Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Oct 2016 · 1 min read

जयबालाजी:: वृक्ष- मूल- सिंचनसे जैसे तृप्त :: जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट४३)

ताटंक छंद : क्रमॉक ४३
वृक्ष- मूल – सिंचन से जैसे तृप्त ‘ कमल ‘ पल्लव होते
भक्तिवान – अर्चनसे वैसे तुष्ट प्रफुल्लित प्रभु होते ।
भक्ति छंद है , भक्ति मंत्र है , भक्ति तंत्र है सुखवाला
तन की गोरी , मन से गौरी , शिव जिसका है रखवाला

——- जितेंद्रकमलआनंद

Language: Hindi
382 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सौंदर्य छटा🙏
सौंदर्य छटा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*अद्वितीय गुणगान*
*अद्वितीय गुणगान*
Dushyant Kumar
गया दौरे-जवानी गया गया तो गया
गया दौरे-जवानी गया गया तो गया
shabina. Naaz
यारा ग़म नहीं अब किसी बात का।
यारा ग़म नहीं अब किसी बात का।
rajeev ranjan
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-287💐
💐प्रेम कौतुक-287💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
SPK Sachin Lodhi
जरा विचार कीजिए
जरा विचार कीजिए
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Even if you stand
Even if you stand
Dhriti Mishra
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
दस्ताने
दस्ताने
Seema gupta,Alwar
My life's situation
My life's situation
Sukoon
हे प्रभू !
हे प्रभू !
Shivkumar Bilagrami
आलाप
आलाप
Punam Pande
शांत सा जीवन
शांत सा जीवन
Dr fauzia Naseem shad
जगत का हिस्सा
जगत का हिस्सा
Harish Chandra Pande
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कड़वा सच
कड़वा सच
Sanjeev Kumar mishra
आज इस सूने हृदय में....
आज इस सूने हृदय में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
Neelam Sharma
उफ़ ये अदा
उफ़ ये अदा
Surinder blackpen
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
चंचल पंक्तियाँ
चंचल पंक्तियाँ
Saransh Singh 'Priyam'
"सुख"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*Author प्रणय प्रभात*
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
*पहले घायल करता तन को, फिर मरघट ले जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...