Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2016 · 1 min read

चाँद (हाइकू )

1
चाँद पर मैं
बना के एक बस्ती
संग रहूँगी

2
कर सिंगार
झिलमिल तारों काँ
मुस्कराऊँ मै

3
श्वेतवर्णी हो
धवल चन्दिका में
आसमां साफ

4
चाँद आगोश
में भर चाँदनी को
गहन निशा

5
चाँदनी भाव
विभोर हो कहने
चाँद से लगी

6
प्रिय बहुत
विशाल असीमित
नभ की दूरी

7
होती अकेली
मैं विस्त्तृत नभ में
डर जाती हूँ

8
बाहुँ पाश में
न बाँध पाऊँ चाँद
हो जाते दूर

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
72 Likes · 502 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
*प्रसादी जिसको देता है, उसे संसार कम देगा 【मुक्तक】*
*प्रसादी जिसको देता है, उसे संसार कम देगा 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
सम्मान करे नारी
सम्मान करे नारी
Dr fauzia Naseem shad
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
Seema gupta,Alwar
कल बहुत कुछ सीखा गए
कल बहुत कुछ सीखा गए
Dushyant Kumar Patel
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
पूर्वार्थ
Learn lesson and enjoy every moment, your past is just a cha
Learn lesson and enjoy every moment, your past is just a cha
Nupur Pathak
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
"चलना"
Dr. Kishan tandon kranti
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
Shweta Soni
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
गोविंदा श्याम गोपाला
गोविंदा श्याम गोपाला
Bodhisatva kastooriya
प्रेम विवाह करने वालों को सलाह
प्रेम विवाह करने वालों को सलाह
Satish Srijan
बोझ
बोझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दो💔 लफ्जों की💞 स्टोरी
दो💔 लफ्जों की💞 स्टोरी
Ms.Ankit Halke jha
मैं क्यों याद करूँ उनको
मैं क्यों याद करूँ उनको
gurudeenverma198
जाना ही होगा 🙏🙏
जाना ही होगा 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए।
निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अजब-गजब नट भील से, इस जीवन के रूप
अजब-गजब नट भील से, इस जीवन के रूप
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जेठ कि भरी दोपहरी
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
2514.पूर्णिका
2514.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी भी एक लिखा पत्र हैं
जिंदगी भी एक लिखा पत्र हैं
Neeraj Agarwal
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दृष्टिकोण
दृष्टिकोण
Dhirendra Singh
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
Mukesh Kumar Sonkar
#आलेख-
#आलेख-
*Author प्रणय प्रभात*
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...