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9 Jun 2021 · 1 min read

चलो ! कोई तराना छेड़ो ।

चलो ! कोई तराना छेड़ो ,
खूबसूरत सा ,प्यारा सा ।

जो सागर जैसा विशाल हो,
शांत और काफी गहरा सा ।

या नदी की तरह लहराता ,
शीतल और चंचल सा ।

तराना कोई फूलों सा कोमल,
रंगीन और महका महका सा ।

ऐसा तराना छेड़ो जो मन और
आत्मा को, दे जाए सुकून सा।

बहुत जरूरी है आज के कठिन
में ,हो जो असीम आनंद सा ।

श्वासों को साज बनाकर रूह ,
भी जिसे गाने लगे वो रूहानी सा ।

एक मधुर ,तेजस्वी और जीवन से
भरा तराना मस्ती भरा सा ।

महामारी से त्रस्त समस्त धरतीवासियों के
लिए जो लगे अपना सा।

Language: Hindi
4 Likes · 10 Comments · 400 Views
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