Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2022 · 1 min read

“ गोलू क जन्म दिन “

डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
====================
मालिक ! आहाँ सभक
जन्म दिन मनबैत छी ,
सभक लेल सुंदर सुंदर
कैक आहाँ बनबैत छी !
आसपड़ोस संगीसाथी
लोक सब केँ बजबैत छी ,
राति भरि डी 0 जे 0 केँ
धुन पर नाचैत छी !!
हम की अपराध आहाँ
सँगें कहियो की केने छी ?
राति राति जागि केँ
अहर निशि पहरा देने छी !
आहाँकें जानमाल घर
आँगनक रक्षा हम केने छी ,
अपन कर्तव्यपरायणताक
प्रतिभा हम देखेने छी !!
नहि कहियो हम कोनो
भार आइ धरि देने छी ,
कपड़ालत्ता बिछाऔँनक
चर्चा तक नहि केने छी !
ठंड,बरसात, गर्मी ,
आँधी तूफान तक झेलने छी ,
सब काज क आदेश पर
सम्पादन हम केने छी !!
नहि दरमाहा नहि कोनो
डी 0 ए 0 हमरा चाहि ,
दू कौर भोजनक सब
दिन हमरा व्यवस्था चाहि !
प्रेमक हम भुखल छी
बस तकरे इ उपहार चाहि ,
भेद भाव सँ की करबे
हमरा त बस प्यार चाहि !!
बिलाई महिस केँ जखन
जन्म दिन मनबैत छी ,
ओकर लेल पाँच किलो क
कैक आहाँ काटैत छी !
सोशल मीडिया मे
भाँति -भाँति पोस्ट करैत छी ,
हमहूँ त आहाँक रक्षाक लेल
राति दिन मरैत छी !!
हमहूँ त आहाँक परिवारक
लोक छी मानि लिय ,
वफादार कुकुर भेलहूँ
हमरो कनि पहचानि लिय !
जन्मदिन केँ अवसर पर
हमरा अपन स्नेह दिय ,
जन्म जन्म धरि श्रेष्ठ
बनक लेल सम्मान लिय !!
====================
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत
26.06.2022.

Language: Maithili
1 Like · 325 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खाने पुराने
खाने पुराने
Sanjay ' शून्य'
यादों का सफ़र...
यादों का सफ़र...
Santosh Soni
माँ भारती की पुकार
माँ भारती की पुकार
लक्ष्मी सिंह
डरना नही आगे बढ़ना_
डरना नही आगे बढ़ना_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
बेटियां! दोपहर की झपकी सी
बेटियां! दोपहर की झपकी सी
Manu Vashistha
बाबा साहब आम्बेडकर
बाबा साहब आम्बेडकर
Aditya Prakash
■ बहुत हुई घिसी-पिटी दुआएं। कुछ नया भी बोलो ताकि प्रभु को भी
■ बहुत हुई घिसी-पिटी दुआएं। कुछ नया भी बोलो ताकि प्रभु को भी
*Author प्रणय प्रभात*
आम आदमी
आम आदमी
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आएगी
Ram Krishan Rastogi
किसान
किसान
Bodhisatva kastooriya
हाँ ये सच है
हाँ ये सच है
Saraswati Bajpai
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
अमित मिश्र
💐प्रेम कौतुक-236💐
💐प्रेम कौतुक-236💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भस्मासुर
भस्मासुर
आनन्द मिश्र
डर से अपराधी नहीं,
डर से अपराधी नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अभिरुचि
अभिरुचि
Shyam Sundar Subramanian
"गहरा रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
*अंतिम समय बीते कहाँ, जाने कहाँ क्या ठौर हो 【मुक्तक】*
*अंतिम समय बीते कहाँ, जाने कहाँ क्या ठौर हो 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
" ज़ेल नईखे सरल "
Chunnu Lal Gupta
* गूगल वूगल *
* गूगल वूगल *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2697.*पूर्णिका*
2697.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
DrLakshman Jha Parimal
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
rubichetanshukla 781
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
** गर्मी है पुरजोर **
** गर्मी है पुरजोर **
surenderpal vaidya
काले दिन ( समीक्षा)
काले दिन ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...