Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2022 · 1 min read

गधा

चार पैरों की एक सवारी,
बोझा लादे कमर में भारी,

दिखता है सीधा-साधा आलसी,
कान खींचकर कहीं ले जाओ,

जहांँ पर न जाए मोटर कार,
वहांँ पर भी माल वाहक बन जाए,

पूँछ हिलाता खड़े-खड़े सुस्ताता,
हरी घास फूस भोजन में है खाता ,

धोबी के संग घाट पर जाता ,
ढ़ेंचूंँ-ढ़ेंचूँ आवाज है लगाता ,

कुछ कम बुद्धि का समझ है आता ,
कहने को बस गधा ही कहलाता ।

? ✍?
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर ।

3 Likes · 1290 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
सुबह की चाय मिलाती हैं
सुबह की चाय मिलाती हैं
Neeraj Agarwal
मंजिल
मंजिल
Swami Ganganiya
चलो चलो तुम अयोध्या चलो
चलो चलो तुम अयोध्या चलो
gurudeenverma198
पुण्य धरा भारत माता
पुण्य धरा भारत माता
surenderpal vaidya
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
प्राणदायिनी वृक्ष
प्राणदायिनी वृक्ष
AMRESH KUMAR VERMA
नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में
नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में
आर.एस. 'प्रीतम'
LK99 सुपरकंडक्टर की क्षमता का आकलन एवं इसके शून्य प्रतिरोध गुण के लाभकारी अनुप्रयोगों की विवेचना
LK99 सुपरकंडक्टर की क्षमता का आकलन एवं इसके शून्य प्रतिरोध गुण के लाभकारी अनुप्रयोगों की विवेचना
Shyam Sundar Subramanian
मछली रानी
मछली रानी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
आधा किस्सा आधा फसाना रह गया
आधा किस्सा आधा फसाना रह गया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
देव्यपराधक्षमापन स्तोत्रम
देव्यपराधक्षमापन स्तोत्रम
पंकज प्रियम
आँखों से भी मतांतर का एहसास होता है , पास रहकर भी विभेदों का
आँखों से भी मतांतर का एहसास होता है , पास रहकर भी विभेदों का
DrLakshman Jha Parimal
"देश भक्ति गीत"
Slok maurya "umang"
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
स्त्री ने कभी जीत चाही ही नही
Aarti sirsat
मंजिलें
मंजिलें
Mukesh Kumar Sonkar
राम लला
राम लला
Satyaveer vaishnav
विधवा
विधवा
Buddha Prakash
एक शेर
एक शेर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
* इस तरह महंगाई को काबू में लाना चाहिए【हिंदी गजल/ गीति
* इस तरह महंगाई को काबू में लाना चाहिए【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
बाल कविता: चूहे की शादी
बाल कविता: चूहे की शादी
Rajesh Kumar Arjun
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
कवि रमेशराज
चंद्रयान-थ्री
चंद्रयान-थ्री
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
Neelam Sharma
कुछ भी तो इस जहाँ में
कुछ भी तो इस जहाँ में
Dr fauzia Naseem shad
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
Taj Mohammad
There is no shortcut through the forest of life if there is
There is no shortcut through the forest of life if there is
सतीश पाण्डेय
💐प्रेम कौतुक-352💐
💐प्रेम कौतुक-352💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रकृति कि  प्रक्रिया
प्रकृति कि प्रक्रिया
Rituraj shivem verma
🙅आज का टोटका🙅
🙅आज का टोटका🙅
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...