किताब सा जीवन है मेरा ____ मुक्तक
मुक्तक ________(१)
किताब सा जीवन है मेरा, नाम हर पन्ने पर तेरा।
जिसे मैं पढ़कर सोता हूं, पढ़कर होता सवेरा।।
यही बस आरजू मेरी,मुझसे तू दूर न होना।
धड़कती सांस पर मेरी, जानेजां हक है बस तेरा।।
(२)
जिंदगी जब तक है मेरी, तेरे ही नाम लिख दी है।
वादा यह खुद से किया मैंने ,कसम भी मैंने खाली है।।
वादा मै अपना निभाऊंगा यही मैं तुझसे चाहूंगा।
सिचेंगे जीवन की क्यारी,एक ही बाग के माली है।।
“””””””राजेश व्यास अनुनय””””””