Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2016 · 1 min read

कली बुझी बुझी हुई गुलों में ताज़गी नहीं

कली बुझी बुझी हुई गुलों में ताज़गी नहीं
सभी बहुत उदास हैं नसीब में ख़ुशी नहीं

बहार वादियों से छीन ले गई है ख़ुश्बुएं
चमन परस्त बागवाँ की नींद पर खुली नहीं

हमें भी देख एक दिन तो सरहदों पे भेज कर
उबल रहा लहू जिगर में आग़ कम लगी नहीं

जो कर सका पलट के पत्थरों से वार कर गया
निगाह खोजबीन की उधर कभी उठी नहीं

हजार बार बात ये कही गई सुनी गई
महज हो एक वोट तुम कहीं से आदमी नहीं

तुम्हें यकीन ही कहाँ मेरे किसी सबूत पर
उसी पे मर मिटे किसी का जो हुआ कभी नहीं

राकेश दुबे “गुलशन”
15/07/2016
बरेली

1 Comment · 460 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अति वृष्टि
अति वृष्टि
लक्ष्मी सिंह
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
"अखाड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
मन की चंचलता बहुत बड़ी है
मन की चंचलता बहुत बड़ी है
पूर्वार्थ
🌲दिखाता हूँ मैं🌲
🌲दिखाता हूँ मैं🌲
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मेरुदंड
मेरुदंड
Suryakant Dwivedi
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कोई पत्ता कब खुशी से अपनी पेड़ से अलग हुआ है
कोई पत्ता कब खुशी से अपनी पेड़ से अलग हुआ है
कवि दीपक बवेजा
* किधर वो गया है *
* किधर वो गया है *
surenderpal vaidya
चेतावनी
चेतावनी
Shekhar Chandra Mitra
*पत्रिका का नाम : इंडियन थियोसॉफिस्ट*
*पत्रिका का नाम : इंडियन थियोसॉफिस्ट*
Ravi Prakash
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
shabina. Naaz
धार में सम्माहित हूं
धार में सम्माहित हूं
AMRESH KUMAR VERMA
भीख
भीख
Mukesh Kumar Sonkar
The OCD Psychologist
The OCD Psychologist
मोहित शर्मा ज़हन
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
काश ये मदर्स डे रोज आए ..
काश ये मदर्स डे रोज आए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
अधमरा जीने से
अधमरा जीने से
Dr fauzia Naseem shad
तेरा पापा मेरा बाप
तेरा पापा मेरा बाप
Satish Srijan
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU
🕊️एक परिंदा उड़ चला....!
🕊️एक परिंदा उड़ चला....!
Srishty Bansal
हिज़्र
हिज़्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
चंद एहसासात
चंद एहसासात
Shyam Sundar Subramanian
*गोल- गोल*
*गोल- गोल*
Dushyant Kumar
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
Poonam Matia
नर नारी
नर नारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"मेरी नयी स्कूटी"
Dr Meenu Poonia
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
Vishal babu (vishu)
बैठ अटारी ताकता, दूरी नभ की फाँद।
बैठ अटारी ताकता, दूरी नभ की फाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जागो रे बीएलओ
जागो रे बीएलओ
gurudeenverma198
Loading...