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11 Aug 2016 · 1 min read

उन्हें बसाया दिल में

धरा अपनी कभी सोना, कभी चाँदी उगलती थी /
गजनबी लंग जाफ़र के कयामत को निरखतीथी/
=====================================

उन्हें बसाया दिल में इंतजार करते हैं/
उन्हे भुलाया मन से मगर प्यार करते हैं/
====================================

गर ज़मीं चाँद बन यों बिखरना अगर तुम
तुझे मेरी प्यासे बुझाना ही होगा /
=====================================

प्रेमी बनकर सदा याद आते हो जब,
मुझको जिगर मे बसाना ही होगा /
===============================
मन ख्वाबों का ऐसा समुंदर बहा कर
यामिनी चाँदनी बन आना ही होगा/

राजकिशोर मिश्र ‘राज’ प्रतापगढ़ी

Language: Hindi
Tag: शेर
228 Views
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