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14 Sep 2016 · 1 min read

इश्क़ का फलसफ़ा

मुहब्बत तो इबादत है तिजारत इसको मत कहिए
ये जज़बाती हक़ीक़त है ज़रूरत इसको मत कहिए
‘चिराग़’इस दिल के काग़ज़ पर लिखे हैं आंसुओं से जो
ये हैं जज़्बात रूहानी इबारत इसको मत कहिए

चिराग़ बैसवारी

Language: Hindi
1 Like · 459 Views
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