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9 May 2022 · 1 min read

अहसास

✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️

महामृत्युंजय;-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
हे तीन आँखों वाले महादेव, हमारे पालनहार, पालनकर्ता, जिस प्रकार पका हुआ खरबूजा बिना किसी यत्न के डाल से अलग हो जाता है, कृपया कर हमें उसी तरह इस दुनिया के मोह एवं माया के बंधनों एवं जन्म मरण के चक्र से मुक्ति दीजिए 🙏

🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की स्वयं पर विश्वास करना सफलता प्राप्त करने का सबसे पहला रहस्य है…,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की प्रशंसा हृदय से,हस्तक्षेप बुद्धिमत्ता से और प्रतिक्रिया विवेक से करने में ही समझदारी है अन्यथा मौन ही उतम है…,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की अहसास सच्चे हों वही काफी है यकीन तो लोग सच पर भी नहीं करते है…,

आखिर में एक ही बात समझ आई की यूं तो उलझे है सभी अपनी उलझनों में पर सुलझाने की कोशिश हमेशा होनी चाहिए…!

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱

Language: Hindi
263 Views
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