Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2021 · 1 min read

अनजान बन गए

अरमान प्यार के सब शमशान बन गए
बदनाम इस कदर हुए पहचान बन गए
उसने भी प्यार का कुछ रिश्ता निभाया जो
कहते रहे हम जान वो अनजान बन गए

Language: Hindi
2 Likes · 263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr अरूण कुमार शास्त्री
Dr अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सावन महिना
सावन महिना
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
लिखते रहिए ...
लिखते रहिए ...
Dheerja Sharma
सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र।
सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र।
लक्ष्मी सिंह
नदिया साफ करेंगे (बाल कविता)
नदिया साफ करेंगे (बाल कविता)
Ravi Prakash
मुझे छेड़ो ना इस तरह
मुझे छेड़ो ना इस तरह
Basant Bhagawan Roy
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
2555.पूर्णिका
2555.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
शेखर सिंह
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
Charu Mitra
रिश्ते (एक अहसास)
रिश्ते (एक अहसास)
umesh mehra
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
तूझे क़ैद कर रखूं ऐसा मेरी चाहत नहीं है
Keshav kishor Kumar
प्रिंसिपल सर
प्रिंसिपल सर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
पूर्वार्थ
आओ प्रिय बैठो पास...
आओ प्रिय बैठो पास...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बौद्ध धर्म - एक विस्तृत विवेचना
बौद्ध धर्म - एक विस्तृत विवेचना
Shyam Sundar Subramanian
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
देखी देखा कवि बन गया।
देखी देखा कवि बन गया।
Satish Srijan
"चाहत का सफर"
Dr. Kishan tandon kranti
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
■ सकारात्मक तिथि विश्लेषण।।
■ सकारात्मक तिथि विश्लेषण।।
*Author प्रणय प्रभात*
ब्याह  रचाने चल दिये, शिव जी ले बारात
ब्याह रचाने चल दिये, शिव जी ले बारात
Dr Archana Gupta
"The Deity in Red"
Manisha Manjari
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
दुष्यन्त 'बाबा'
वक्त के आगे
वक्त के आगे
Sangeeta Beniwal
एहसास
एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
sushil sarna
मैंने साइकिल चलाते समय उसका भौतिक रूप समझा
मैंने साइकिल चलाते समय उसका भौतिक रूप समझा
Ms.Ankit Halke jha
किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो
किसी की गलती देखकर तुम शोर ना करो
कवि दीपक बवेजा
सच तो हम इंसान हैं
सच तो हम इंसान हैं
Neeraj Agarwal
Loading...