Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2017 · 1 min read

अजनबी सी हवा की लहर हो गयी।

गीतिका
अजनबी -सी हवा की लहर हो गई।
कुछ खफा आज शामो-सहर हो गई।

एक वो बेखबर है मेरी प्रीत से।
और पूरे जहां को खबर हो गई।

वो सुनते नहीं है मेरे दिल की लय।
जाने कैसी उनकी नजर हो गई।

उनमें बसी है सुकूं रात सा।
और दिल में हमारे गदर हो गई।

हम उल्फत में काफी बेचैन हैं अब।
ये चर्चाऐं गावों – शहर हो गई।
इषुप्रिय शर्मा’अंकित’

2 Likes · 283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
View all
You may also like:
अनुराग
अनुराग
Sanjay ' शून्य'
"मयकश"
Dr. Kishan tandon kranti
मां गंगा ऐसा वर दे
मां गंगा ऐसा वर दे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरा नौकरी से निलंबन?
मेरा नौकरी से निलंबन?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मां चंद्रघंटा
मां चंद्रघंटा
Mukesh Kumar Sonkar
सच तो हम सभी होते हैं।
सच तो हम सभी होते हैं।
Neeraj Agarwal
नस-नस में रस पूरता, आया फागुन मास।
नस-नस में रस पूरता, आया फागुन मास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कर्म से कर्म परिभाषित
कर्म से कर्म परिभाषित
Neerja Sharma
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
Shubham Pandey (S P)
शॉल (Shawl)
शॉल (Shawl)
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अभी भी शुक्रिया साँसों का, चलता सिलसिला मालिक (मुक्तक)
अभी भी शुक्रिया साँसों का, चलता सिलसिला मालिक (मुक्तक)
Ravi Prakash
स्त्री
स्त्री
Dr fauzia Naseem shad
हमदम का साथ💕🤝
हमदम का साथ💕🤝
डॉ० रोहित कौशिक
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
दूसरों को समझने से बेहतर है खुद को समझना । फिर दूसरों को समझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
💐प्रेम कौतुक-346💐
💐प्रेम कौतुक-346💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संपूर्ण कर्म प्रकृति के गुणों के द्वारा किये जाते हैं तथापि
संपूर्ण कर्म प्रकृति के गुणों के द्वारा किये जाते हैं तथापि
Raju Gajbhiye
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kumar lalit
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
अगर आज किसी को परेशान कर रहे
अगर आज किसी को परेशान कर रहे
Ranjeet kumar patre
मुसलसल ईमान रख
मुसलसल ईमान रख
Bodhisatva kastooriya
मेरा नसीब
मेरा नसीब
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अष्टांग मार्ग गीत
अष्टांग मार्ग गीत
Buddha Prakash
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
2338.पूर्णिका
2338.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गुरु आसाराम बापू
गुरु आसाराम बापू
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना।
जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना।
सत्य कुमार प्रेमी
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
लगाये तुमको हम यह भोग,कुंवर वीर तेजाजी
लगाये तुमको हम यह भोग,कुंवर वीर तेजाजी
gurudeenverma198
Loading...