Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2017 · 4 min read

प्रतियोगिता सम्बंधित सूचना- बेटियों को समर्पित साहित्यपीडिया काव्य संग्रह

साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता का पहला भाग था लोकप्रियता के आधार पर विजेताओं का चुनाव करना जो हमने वोटिंग से करवाया।
प्रतियोगिता का दूसरा भाग है गुणवत्ता के आधार पर रचनाओं का चुनाव करके उनका काव्य संग्रह प्रकाशित करना। इससे सभी अच्छी रचनाओं को मौका मिलेगा।
इस संग्रह के प्रकाशन के लिए रचनाकारों से किसी प्रकार की कोई राशि नहीं ली जाएगी।

 

भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान का साहित्यपीडिया पूर्ण रूप से समर्थन करता है। हमें आशा है कि बेटियाँ विषय पर आधारित हमारी साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता उसमे अपना योगदान दे पा रही है। साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता के कई उद्देश्य हैं- लोगों में हिंदी साहित्य के प्रति रुझान लाना, हिंदी रचनाकारों को प्रोत्साहित करना, एवं हिंदी साहित्य की मदद से समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता लाना।

हमें बेहद ख़ुशी एवं गर्व है कि इस प्रतियोगिता में दुनिया भर के रचनाकारों ने अपनी बेहद सुन्दर रचनायें सम्मलित कीं। भारत के अलावा थाईलैंड, जर्मनी, युएइ जैसे कई देशों से रचनाकारों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। इतनी सुन्दर रचनायें इस पटल पर लाने के लिए आप सभी का हार्दिक धन्यवाद। हमारे लिए यह बेहद सम्मान की बात है।

इसी के साथ हमने देखा कि पाठकों ने सभी रचनाओं को पढ़ा एवं उनपर बहुत अच्छी टिप्पणीयां भी दीं जिनमे साहित्यकारों के लिए प्रोत्साहन भी था एवं बेटियों के लिए बहुत अच्छे विचार भी थे। कई रचनाओं पर टिप्पणीयों में विचार-विमर्श भी हुए जिसके दौरान बेटियों की उन्नति के लिए लोगों के पास बहुत अच्छे सुझाव आये। हम बेहद गौरवान्वित हैं कि हम इस प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभा पा रहे हैं।

साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता में विश्व भर से 284 रचनायें सम्मलित हुईं जिनपर लगभग 18,000 वोट आये। इसी के साथ इन सभी रचनाओं पर कुल मिलाकर 4,000 से भी ज़्यादा टिप्पणीयां आयीं। वोटिंग समाप्त हो चुकी है और सभी रचनाओं और वोटों को चेक किया जा रहा है। बहुत जल्द जी हम प्रतियोगिता के परिणाम घोषित करेंगे। प्रथम, द्वितीय एवं चार सांत्वना पुरस्कारों के अलावा 200 से ज़्यादा वोट वाली हर रचना को प्रतिभागिता एवं प्रशंसा पत्र दिया जाएगा। लेकिन अन्य प्रतिभागी निराश न हों। आगे पढ़ें सभी प्रतिभागियों के लिए एक खुशखबरी।

यह था प्रतियोगिता का प्रथम भाग जिसमे हमने पूर्णत: लोकप्रियता के आधार पर विजेताओं का चयन किया। अब आते हैं प्रतियोगिता के द्वितीय भाग पर जिसमें इन सभी 284 रचनाओं की गुणवत्ता देखी जायेगी और सबसे अच्छी रचनाओं को “बेटियाँ” विषय पर साहित्यपीडिया काव्य संग्रह के रूप में प्रकाशित किया जायेगा जो विश्व भर में उपलब्ध कराया जायेगा।

साहित्यपीडिया काव्य संग्रह

साहित्यपीडिया काव्य संग्रह एक उपहार है उन सभी रचनाकारों के लिए जो हार-जीत की परवाह किये बिना प्रतियोगिता में सम्मलित होकर अपनी रचना को दुनिया तक पहुंचाने में विश्वास रखते हैं। साथ ही यह संग्रह एक उत्कृष्ट साहित्य का परिमाण होगा जो बेहतरीन हिंदी साहित्यकारों द्वारा रचा गया है। “बेटियों” पर यह संग्रह एक भेंट है हमारी प्यारी बेटियों को और इसके साथ ही प्रोत्साहन है सभी साहित्यकारों के लिए जिन्होंने साहित्यपीडिया की इस पहल में विश्वास किया एवं इसका भाग बने।

साहित्यपीडिया काव्य संग्रह में सिर्फ उन्ही रचनाओं को परखा जायेगा जो साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता में सम्मलित की गयीं एवं वोटिंग के अंतिम दिन तक प्रतियोगिता में सम्मलित रहीं। इन रचनाओं में से गुणवत्ता के आधार पर सर्वश्रेष्ठ रचनाएँ चुनी जाएंगी जिन्हें साहित्यपीडिया काव्य संग्रह में प्रकाशित किया जायेगा। रचनाओं के चयन का अंतिम निर्णय एडिटर पैनल का होगा।

संग्रह के लिए चयनित रचनाओं के विषय में रचनाकारों से उनके ईमेल पर ही संपर्क किया जायेगा। कृपया अपनी प्रोफाइल में जाकर अपना ईमेल एक बार जांच लें जिससे आप हमारे द्वारा भेजी हुई सूचनाएं प्राप्त कर सकें। संग्रह के बारे में अन्य जानकारी हम जल्दी ही पोस्ट करेंगे।

ज़रूरी सूचना

साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता के सभी प्रतिभागियों से अनुरोध है कि वे अपनी प्रोफाइल में लिखी जानकारियां जांच लें और सही कर लें क्योंकि सर्टिफिकेट एवं संग्रह में आपके साहित्यपीडिया अकाउंट से ही जानकारी ली जाएगी। बाद में सर्टिफिकेट एवं संग्रह में कोई बदलाव कर पाना संभव नहीं होगा एवं इस विषय में कोई निवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा।

कृपया “एडिट प्रोफाइल” एवं “माय फोटो” में जाकर निम्नलिखित दिशा निर्देशों के अनुसार अपनी जानकारी सही कर लें-

  • नाम- कृपया अपना सही नाम केवल हिंदी में ही लिखें। यही नाम सर्टिफिकेट एवं संग्रह में लिखा जायेगा।
  • ईमेल- कृपया अपना ईमेल सही लिखें क्योंकि सर्टिफिकेट एवं संग्रह सम्बंधित सभी जानकारी ईमेल पर आएगी। ईमेल गलत होने पर आपको ज़रूरी सूचना नहीं मिल पायेगी।
  • शार्ट इंट्रोडक्शन- यह जानकारी संग्रह में प्रकाशित की जाएगी।
  • फोटो- कृपया अपना अच्छा सा फोटो लगा दें। यही फोटो सर्टिफिकेट एवं संग्रह में लगाया जायेगा।

 

एक बार फिर साहित्यपीडिया से जुड़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद और आशा करते हैं कि हम सब मिलकर हिंदी साहित्य को एक नयी दिशा देंगे।

Category: Blog
Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 2862 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kabhi jo dard ki dawa hua krta tha
Kumar lalit
2948.*पूर्णिका*
2948.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहानी-
कहानी- "खरीदी हुई औरत।" प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
जिंदगी न जाने किस राह में खडी हो गयीं
जिंदगी न जाने किस राह में खडी हो गयीं
Sonu sugandh
हममें आ जायेंगी बंदिशे
हममें आ जायेंगी बंदिशे
Pratibha Pandey
"एक बड़ा सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
జయ శ్రీ రామ...
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
'अशांत' शेखर
ज़िंदगी तेरी हद
ज़िंदगी तेरी हद
Dr fauzia Naseem shad
अगर मुझे तड़पाना,
अगर मुझे तड़पाना,
Dr. Man Mohan Krishna
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
■ आज नहीं अभी 😊😊
■ आज नहीं अभी 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
gurudeenverma198
ख़त्म होने जैसा
ख़त्म होने जैसा
Sangeeta Beniwal
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
*सौलत पब्लिक लाइब्रेरी: एक अध्ययन*
Ravi Prakash
न्याय तुला और इक्कीसवीं सदी
न्याय तुला और इक्कीसवीं सदी
आशा शैली
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
🌺प्रेम कौतुक-196🌺
🌺प्रेम कौतुक-196🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
ruby kumari
दो कदम का फासला ही सही
दो कदम का फासला ही सही
goutam shaw
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Price less मोहब्बत 💔
Price less मोहब्बत 💔
Rohit yadav
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
संजीव शुक्ल 'सचिन'
लोकतंत्र
लोकतंत्र
Sandeep Pande
शहीद दिवस
शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
Kishore Nigam
रोजी रोटी
रोजी रोटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ये नोनी के दाई
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
The Moon!
The Moon!
Buddha Prakash
Loading...