Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2017 · 1 min read

II हौसला,इंसान से मशीन II

वक्त का अपना कोई आकार नहीं होता ,
सुना है ईश्वर भी साकार नहीं होता l
वक्त पर काम, इंसान मशीन नहीं है,
मशीन से कोई सपना, साकार नहीं होता ll

तुम चाहो तो वक्त बदल सकते हो ,
अपनी तकदीर अपने हाथों लिख सकते होl
इंसान को वक्त के सांचे में मत ढालो ,
इंसान बनाता है वक्त ,वक्त से इंसान नहीं होता ll
————————————–
कौन कहता है कि ,पर्वत नहीं हिलते ,
तूफान के समुंदर में रास्ते नहीं मिलते l
इरादा करो पक्का, उठा कर दो कदम देखो,
धारा तो क्या समंदर पर भी चल सकते हो ll

समय तुम्हारा है तुम्हारे साथ चलना है ,
इसे तुम्हारे ही सांचे में ढलना है l
करो हौसला देखो झुकेंगे चांद तारे भी,
बहती दरिया का भी रुख बदल सकते हो ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 434 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब दादा जी घर आते थे
जब दादा जी घर आते थे
VINOD CHAUHAN
2320.पूर्णिका
2320.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
समय देकर तो देखो
समय देकर तो देखो
Shriyansh Gupta
फ़ब्तियां
फ़ब्तियां
Shivkumar Bilagrami
🤗🤗क्या खोजते हो दुनिता में  जब सब कुछ तेरे अन्दर है क्यों दे
🤗🤗क्या खोजते हो दुनिता में जब सब कुछ तेरे अन्दर है क्यों दे
Swati
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
Dr. Man Mohan Krishna
एतमाद नहीं करते
एतमाद नहीं करते
Dr fauzia Naseem shad
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
Rj Anand Prajapati
रिसते हुए घाव
रिसते हुए घाव
Shekhar Chandra Mitra
नादान पक्षी
नादान पक्षी
Neeraj Agarwal
*तन तो बूढ़ा हो गया, जिह्वा अभी जवान (आठ दोहे)*
*तन तो बूढ़ा हो गया, जिह्वा अभी जवान (आठ दोहे)*
Ravi Prakash
पिता
पिता
Dr Manju Saini
समस्या का समाधान
समस्या का समाधान
Paras Nath Jha
"इण्टरनेट की सीमाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
रास्ते फूँक -फूँककर चलता  है
रास्ते फूँक -फूँककर चलता है
Anil Mishra Prahari
योग दिवस पर
योग दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
अपने माँ बाप पर मुहब्बत की नजर
अपने माँ बाप पर मुहब्बत की नजर
shabina. Naaz
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Right now I'm quite notorious ,
Right now I'm quite notorious ,
नव लेखिका
काली स्याही के अनेक रंग....!!!!!
काली स्याही के अनेक रंग....!!!!!
Jyoti Khari
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा"
Vijay kumar Pandey
दोहा
दोहा
sushil sarna
■ कोटिशः नमन्
■ कोटिशः नमन्
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-372💐
💐प्रेम कौतुक-372💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन उत्साह
जीवन उत्साह
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जब जब ……
जब जब ……
Rekha Drolia
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
क्या यही प्यार है
क्या यही प्यार है
gurudeenverma198
Loading...