Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2017 · 1 min read

II एक दिया जलता हुआ II

एक दिया जलता हुआ रात भर लड़ता रहा l
चांदनी का साथ फिर क्यों पतंगा मरता रहा ll

ढल गया सूरज भी जब रात की आगोश में l
रात को दिन करने में दिया जलता रहा ll

संजय सिंह “सलील”
प्रतापगढ़ ,उत्तर प्रदेश l

Language: Hindi
Tag: शेर
248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2595.पूर्णिका
2595.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मिलना अगर प्रेम की शुरुवात है तो बिछड़ना प्रेम की पराकाष्ठा
मिलना अगर प्रेम की शुरुवात है तो बिछड़ना प्रेम की पराकाष्ठा
Sanjay ' शून्य'
हर एक शख्स से उम्मीद रखता है
हर एक शख्स से उम्मीद रखता है
कवि दीपक बवेजा
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
Soniya Goswami
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
Ravi Prakash
एक तो धर्म की ओढनी
एक तो धर्म की ओढनी
Mahender Singh
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
Sapna Arora
भटके वन चौदह बरस, त्यागे सिर का ताज
भटके वन चौदह बरस, त्यागे सिर का ताज
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Open mic Gorakhpur
Open mic Gorakhpur
Sandeep Albela
आंखों की भाषा
आंखों की भाषा
Mukesh Kumar Sonkar
अब तू किसे दोष देती है
अब तू किसे दोष देती है
gurudeenverma198
क्या बोलूं
क्या बोलूं
Dr.Priya Soni Khare
फितरत या स्वभाव
फितरत या स्वभाव
विजय कुमार अग्रवाल
विषम परिस्थियां
विषम परिस्थियां
Dr fauzia Naseem shad
■ चुनावी_मुद्दा
■ चुनावी_मुद्दा
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार
प्यार
लक्ष्मी सिंह
आईना
आईना
Dr Parveen Thakur
"उतना ही दिख"
Dr. Kishan tandon kranti
हाइकु haiku
हाइकु haiku
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस :इंस्पायर इंक्लूजन
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस :इंस्पायर इंक्लूजन
Dr.Rashmi Mishra
📍बस यूँ ही📍
📍बस यूँ ही📍
Dr Manju Saini
ना मुमकिन
ना मुमकिन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
Shashi kala vyas
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
Kanchan Alok Malu
माई कहाँ बा
माई कहाँ बा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
Ranjeet kumar patre
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
Loading...