Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2017 · 1 min read

?दायरे ।

?
सोचो के दायरे ,
ये सपनों के दायरे ।
बोले तो क्या बोले,
ये लफ्जों के दायरे।(1)
हैं पड़े यहाँ हम तुम,
हैं घिरे यहाँ हम तुम,
दुनियादारी और रिश्ते मे,
हैं बंधे यहाँ हम तुम।(2)
कुछ आप करें,
कुछ हम करें।
जो दिल बोले,
वो सब करें ।(3)
है दूर नही मंजिल कोई,
है कठिन नही रिश्ता कोई ।
दिल से गर हम ठान ले,
नामुमकिन नही सपना कोई ।(4)
27/11/2016
~~~~~~~ मंचन। ?

Language: Hindi
308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
बुद्ध जग में पार लगा दो ।
Buddha Prakash
वंदना
वंदना
Rashmi Sanjay
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
Kumar lalit
बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा
बुद्ध फिर मुस्कुराए / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-125💐
💐अज्ञात के प्रति-125💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गुमनाम रहने दो मुझे।
गुमनाम रहने दो मुझे।
Satish Srijan
खद्योत हैं
खद्योत हैं
Sanjay ' शून्य'
आधुनिक बचपन
आधुनिक बचपन
लक्ष्मी सिंह
पुकार
पुकार
Shekhar Chandra Mitra
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
Style of love
Style of love
Otteri Selvakumar
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*****राम नाम*****
*****राम नाम*****
Kavita Chouhan
सत्संग संध्या इवेंट
सत्संग संध्या इवेंट
पूर्वार्थ
महव ए सफ़र ( Mahv E Safar )
महव ए सफ़र ( Mahv E Safar )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
आत्म  चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
आत्म चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2795. *पूर्णिका*
2795. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सागर की हिलोरे
सागर की हिलोरे
SATPAL CHAUHAN
हमने क्या खोया
हमने क्या खोया
Dr fauzia Naseem shad
मातृत्व दिवस खास है,
मातृत्व दिवस खास है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
तेरा सहारा
तेरा सहारा
Er. Sanjay Shrivastava
पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो
पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो
Ram Krishan Rastogi
"अगर आपके पास भरपूर माल है
*Author प्रणय प्रभात*
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सारा शहर अजनबी हो गया
सारा शहर अजनबी हो गया
Surinder blackpen
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
Rj Anand Prajapati
Loading...