Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jun 2017 · 1 min read

?? श्रीकृष्ण लीला ??

? श्रीकृष्ण लीला ?
(प्रसङ्ग – खेल में श्रीकृष्ण और सखाओं के बीच का वार्तालाप )
?विधा – मनहरण घनाक्षरी?

?जय जय श्रीराधे…..श्याम?
??????????

कुंजन निकुंजन में
खेल-खेल लुका-छिपी
समझे हो मन-मांहि
बड़े ही खिलार हौ।

धार कें उंगरिया पै
थारी बिन पैंदे वारी
करौ अभिमान बड़े
तीक्ष्ण हथियार हौ।

देखौ रण-कौशल हू
भागि भये रणछोर
अरे डरपोक कहा
भौंथरी ही धार हौ।

हमऊँ हैं ब्रजबासी
झांसे में यों नाय आवैं
तेज भले कितने हो
पर तुम गमार हौ।

??????????

खेल रह्यौ घात कर
जीत की न बात कर
घने देखे तेरे जैसे
कृष्ण-नंदराय जू।

तेरे हों खिरक भरे
कमी हमारेउ नाय
अनगिन बंधी द्वार
जाय देख गाय जू।

नित करै रुमठाई
हमपै सही न जाय
जाय जसुदा के ढिंग
दें सब सुनाय जू।

बसते न तेरी ठौर
न ही तेरौ दियौ खामें
‘तेज’ ऐसे लच्छन न
हमकूं सुहाय जू।

??????????
? तेज मथुरा✍

320 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जल प्रदूषण पर कविता
जल प्रदूषण पर कविता
कवि अनिल कुमार पँचोली
प्राप्ति
प्राप्ति
Dr.Pratibha Prakash
निराशा क्यों?
निराशा क्यों?
Sanjay ' शून्य'
कस्ती धीरे-धीरे चल रही है
कस्ती धीरे-धीरे चल रही है
कवि दीपक बवेजा
फक़त हर पल दूसरों को ही,
फक़त हर पल दूसरों को ही,
Mr.Aksharjeet
फितरत
फितरत
मनोज कर्ण
!! चहक़ सको तो !!
!! चहक़ सको तो !!
Chunnu Lal Gupta
जंगल की होली
जंगल की होली
Dr Archana Gupta
शांति दूत वह बुद्ध प्रतीक ।
शांति दूत वह बुद्ध प्रतीक ।
Buddha Prakash
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
Ravi Prakash
कौन?
कौन?
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
हिन्द के बेटे
हिन्द के बेटे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
* राह चुनने का समय *
* राह चुनने का समय *
surenderpal vaidya
द माउंट मैन: दशरथ मांझी
द माउंट मैन: दशरथ मांझी
Jyoti Khari
अपने होने का
अपने होने का
Dr fauzia Naseem shad
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
********* बुद्धि  शुद्धि  के दोहे *********
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पलक-पाँवड़े
पलक-पाँवड़े
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
2580.पूर्णिका
2580.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग)
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
जाने बचपन
जाने बचपन
Punam Pande
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
विद्यालयीय पठन पाठन समाप्त होने के बाद जीवन में बहुत चुनौतिय
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-319💐
💐प्रेम कौतुक-319💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
'अकेलापन'
'अकेलापन'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...