Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2017 · 1 min read

????राह- ए-उलफ़त गर न मिला तो ????

बे-नज़र गर किया तो ये चिराग बुझ जाएगा।
राह-ए-उलफ़त गर न मिला तो ये कहाँ जाएगा।
बे-नज़र गर किया तो ये………………
सैकड़ों लोग आते जाते है इस जहाँ में हर ऱोज,
तेरी उलफ़त का नशा कोई कोई ही पाता है।
उन कोई कोई में मुझे शामिल कर ले,
फिर यह तेरी अंजमन का गुल कहाँ जाएगा।
बे-नज़र गर किया तो ये ……….
सब्र का जो तिलिस्म है तेरा, बड़े काम का है,
तू होकर मेरा इतना अंजान क्यों है।
न रह अंजान अब तो मेरी जान हो जा,
अता कर चिराग-ए-रहमत, फिर यह रिन्द कहाँ जाएगा।
बे-नज़र गर किया तो ये ……….
यूँ तो तू बरसाता है, रहमत के बादल हर ओर,
बरसा ‘अभिषेक’ पर भी कुछ इस तरह के बादल।
करें नेकियाँ इकठ्ठी और बने रहनुमा तेरा,
तभी यह तेरे निशानों पर चल पाएगा।
बे-नज़र गर किया तो ये ……….
##अभिषेक पाराशर()##

अंजमन- महफ़िल
राह ए उलफ़त- प्रेम मार्ग
चिराग ए उलफ़त-कृपा
रिन्द- मस्त

Language: Hindi
305 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पहचान तेरी क्या है
पहचान तेरी क्या है
Dr fauzia Naseem shad
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरा सुकून....
मेरा सुकून....
Srishty Bansal
मीडिया पर व्यंग्य
मीडिया पर व्यंग्य
Mahender Singh
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
फीसों का शूल : उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
#हंड्रेड_परसेंट_गारंटी
#हंड्रेड_परसेंट_गारंटी
*Author प्रणय प्रभात*
क्या बताऍं शुगर हो गई(  हास्य व्यंग्य )
क्या बताऍं शुगर हो गई( हास्य व्यंग्य )
Ravi Prakash
God is Almighty
God is Almighty
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जैसे कि हर रास्तों पर परेशानियां होती हैं
जैसे कि हर रास्तों पर परेशानियां होती हैं
Sangeeta Beniwal
"जिन्दगी में"
Dr. Kishan tandon kranti
Migraine Treatment- A Holistic Approach
Migraine Treatment- A Holistic Approach
Shyam Sundar Subramanian
शुरुवात जरूरी है...!!
शुरुवात जरूरी है...!!
Shyam Pandey
मैने वक्त को कहा
मैने वक्त को कहा
हिमांशु Kulshrestha
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी
नन्दलाल सुथार "राही"
"सोज़-ए-क़ल्ब"- ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
रिवायत
रिवायत
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
Guru Mishra
नारी का अस्तित्व
नारी का अस्तित्व
रेखा कापसे
हम मुहब्बत कर रहे थे
हम मुहब्बत कर रहे थे
shabina. Naaz
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
संजय कुमार संजू
हकीकत
हकीकत
Dr. Seema Varma
नींद कि नजर
नींद कि नजर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
युगों    पुरानी    कथा   है, सम्मुख  करें व्यान।
युगों पुरानी कथा है, सम्मुख करें व्यान।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अब कलम से न लिखा जाएगा इस दौर का हाल
अब कलम से न लिखा जाएगा इस दौर का हाल
Atul Mishra
गये ज़माने की यादें
गये ज़माने की यादें
Shaily
बुद्ध तुम मेरे हृदय में
बुद्ध तुम मेरे हृदय में
Buddha Prakash
महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम ।
महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम ।
sushil sarna
Loading...