Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2017 · 1 min read

?बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ?

?? जलहरण घनाक्षरी ??

??????????

बेटियां बचाओ और
बेटियां पढ़ाओ सब
बेटियों पे टिका जग
बेटी है परम् धन।

कोख में जो बेटी हो तो
कभी न उजाड़ें कोख
सृजन आधार हेतु
शुद्ध करें निज मन।

बेटी न रहेगी यदि
बहू कैसे लाएं आप
प्रश्न ये जटिल बड़ा
ध्यान दें सकल जन।

बेटियों का रूप- तेज
घर में उजाला करे
संस्कृति का पोषण हो
मन से करें जतन।।
??????????
?तेज 21/04/17✍

??????????

बेटी को बचाओ अब
बेटी को पढ़ाओ सब
बेटी पे टिका है जग
बेटी है परम धन।

बेटी भाग्य बेटी कर्म
बेटी मोक्ष बेटी धर्म
बेटी ही सृजन करे
पीढ़ियों के तन मन।।

बेटी है धरा का स्वर्ग
बेटी ज्ञान बेटी तर्क
बेटी ही विचार है तो
चलो सब करें प्रन।

जीवन बचाना है तो
बेटी को बचाना होगा
‘तेज’ करो जागरुक
जगें जन गण मन।।

??????????

275 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इक शे'र
इक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मां तुम बहुत याद आती हो
मां तुम बहुत याद आती हो
Mukesh Kumar Sonkar
बादलों की उदासी
बादलों की उदासी
Shweta Soni
ख़याल
ख़याल
नन्दलाल सुथार "राही"
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
Deepak Baweja
*रामपुर के पाँच पुराने कवि*
*रामपुर के पाँच पुराने कवि*
Ravi Prakash
अवध से राम जाते हैं,
अवध से राम जाते हैं,
अनूप अम्बर
मौत का रंग लाल है,
मौत का रंग लाल है,
पूर्वार्थ
महोब्बत का खेल
महोब्बत का खेल
Anil chobisa
" चुस्की चाय की संग बारिश की फुहार
Dr Meenu Poonia
"सम्भव"
Dr. Kishan tandon kranti
गज़ल सी रचना
गज़ल सी रचना
Kanchan Khanna
💥आदमी भी जड़ की तरह 💥
💥आदमी भी जड़ की तरह 💥
Dr.Khedu Bharti
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
Sukoon
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से,
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से,
Vishal babu (vishu)
रूह का भी निखार है
रूह का भी निखार है
Dr fauzia Naseem shad
"दोस्त-दोस्ती और पल"
Lohit Tamta
योग
योग
लक्ष्मी सिंह
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
भाई बहन का प्रेम
भाई बहन का प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
प्रेम-प्रेम रटते सभी,
प्रेम-प्रेम रटते सभी,
Arvind trivedi
सार छंद विधान सउदाहरण / (छन्न पकैया )
सार छंद विधान सउदाहरण / (छन्न पकैया )
Subhash Singhai
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
दो साँसों के तीर पर,
दो साँसों के तीर पर,
sushil sarna
"काला झंडा"
*Author प्रणय प्रभात*
Kathputali bana sansar
Kathputali bana sansar
Sakshi Tripathi
हे राघव अभिनन्दन है
हे राघव अभिनन्दन है
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
जान हो तुम ...
जान हो तुम ...
SURYA PRAKASH SHARMA
*मेरा आसमां*
*मेरा आसमां*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...