Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2017 · 1 min read

⌚⌚ वक्त ⌚⌚

?? वक्त ??
??????????

“वक्त को वक्त मिला जब भी”
तब वक्त ने वक्त पे ली अंगड़ाई।
वक्त पे वक्त निकाला नहीं
तो वक्त से वक्त की देना दुहाई।

‘वक्त पे वक्त की कद्र करो तुम’
वक्त-बेवक्त करो नहीं भाई।
‘वक्त के जैसा हितैषी नहीं’
और वक्त के जैसा नहीं हरजाई।

वक्त जो तेरे साथ रहे तो
फर्श से अर्श पे हो जिंदगानी।
वक्त जो फेरे आँख कभी तो
बन जाएँ नई-नई कहानी।

वक्त के साथ चलो जग में
तो वक्त तुम्हारे पीछे घुमे।
वक्त करेगा वारे-न्यारे
नित्य सफलता पदरज चूमे।

वक्त का मान किया जिसने
वह भूप-अनूप महान कहाया।
वक्त का जब अपमान हुआ
तब मूल-समूल दिखे छितराया।

सतयुग में बन हरिश्चंद्र नृप
जाकर के श्मशान बुहारे।
त्रेता में हुआ राम वक्त ही
लंका जाय असुर संहारे।

द्वापर में बन मनमोहन
कंस पछारा उसी के द्वारे।
कलयुग काल घने अवगुन
यहाँ वक्त भी रोये साँझ-सकारे।

वक्त का “तेज” सदा रहता
मानव-हित काज करे मंगल के।
वक्त-बेवक्त जो जानें नहीं
वे मानव रूप पशु जंगल के।

??????????
? तेज 11/5/17✍

Language: Hindi
556 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दृढ़
दृढ़
Sanjay ' शून्य'
मिलती नहीं खुशी अब ज़माने पहले जैसे कहीं भी,
मिलती नहीं खुशी अब ज़माने पहले जैसे कहीं भी,
manjula chauhan
*दलबदलू माहौल है, दलबदलू यह दौर (कुंडलिया)*
*दलबदलू माहौल है, दलबदलू यह दौर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
* प्रेम पथ पर *
* प्रेम पथ पर *
surenderpal vaidya
हमसे वफ़ा तुम भी तो हो
हमसे वफ़ा तुम भी तो हो
gurudeenverma198
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
Dr Archana Gupta
जयंत (कौआ) के कथा।
जयंत (कौआ) के कथा।
Acharya Rama Nand Mandal
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
पूर्वार्थ
जनवरी हमें सपने दिखाती है
जनवरी हमें सपने दिखाती है
Ranjeet kumar patre
नवयौवना
नवयौवना
लक्ष्मी सिंह
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
'अशांत' शेखर
सचमुच सपेरा है
सचमुच सपेरा है
Dr. Sunita Singh
मुहब्बत  फूल  होती  है
मुहब्बत फूल होती है
shabina. Naaz
💫समय की वेदना💫
💫समय की वेदना💫
SPK Sachin Lodhi
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
Neeraj Agarwal
अब किसे बरबाद करोगे gazal/ghazal By Vinit Singh Shayar
अब किसे बरबाद करोगे gazal/ghazal By Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
ख्याल
ख्याल
अखिलेश 'अखिल'
💐प्रेम कौतुक-253💐
💐प्रेम कौतुक-253💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
जीवन के रंगो संग घुल मिल जाए,
Shashi kala vyas
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
"कठपुतली"
Dr. Kishan tandon kranti
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
विमला महरिया मौज
बरखा
बरखा
Dr. Seema Varma
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी)
दुष्यन्त 'बाबा'
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
Kshma Urmila
जज्बे का तूफान
जज्बे का तूफान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3264.*पूर्णिका*
3264.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पुनर्वास
पुनर्वास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#गजल
#गजल
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...