Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2016 · 1 min read

ग़ज़ल (जिंदगी का ये सफ़र )

कल तलक लगता था हमको शहर ये जाना हुआ
इक शक्श अब दीखता नहीं तो शहर ये बीरान है

बीती उम्र कुछ इस तरह की खुद से हम न मिल सके
जिंदगी का ये सफ़र क्यों इस कदर अनजान है

गर कहोगें दिन को दिन तो लोग जानेगें गुनाह
अब आज के इस दौर में दीखते नहीं इन्सान है

इक दर्द का एहसास हमको हर समय मिलता रहा
ये वक़्त की साजिश है या फिर वक़्त का एहसान है

गैर बनकर पेश आते, वक़्त पर अपने ही लोग
अपनो की पहचान करना अब नहीं आसान है

प्यासा पथिक और पास में बहता समुन्द्र देखकर
जिंदगी क्या है मदन , कुछ कुछ हुयी पहचान है

मदन मोहन सक्सेना

327 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-317💐
💐प्रेम कौतुक-317💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
@घर में पेड़ पौधे@
@घर में पेड़ पौधे@
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2665.*पूर्णिका*
2665.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घर सम्पदा भार रहे, रहना मिलकर सब।
घर सम्पदा भार रहे, रहना मिलकर सब।
Anil chobisa
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरी शायरी
मेरी शायरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
न बदले...!
न बदले...!
Srishty Bansal
राम राज्य
राम राज्य
Shriyansh Gupta
मुझे याद आता है मेरा गांव
मुझे याद आता है मेरा गांव
Adarsh Awasthi
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जीव कहे अविनाशी
जीव कहे अविनाशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
घाव करे गंभीर
घाव करे गंभीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
विनती
विनती
Saraswati Bajpai
रंगोत्सव की हार्दिक बधाई
रंगोत्सव की हार्दिक बधाई
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ चाह खत्म तो राह खत्म।
■ चाह खत्म तो राह खत्म।
*Author प्रणय प्रभात*
जब दिल ही उससे जा लगा..!
जब दिल ही उससे जा लगा..!
SPK Sachin Lodhi
गोधरा
गोधरा
Prakash Chandra
महामोदकारी छंद (क्रीड़ाचक्र छंद ) (18 वर्ण)
महामोदकारी छंद (क्रीड़ाचक्र छंद ) (18 वर्ण)
Subhash Singhai
श्रेष्ठता
श्रेष्ठता
Paras Nath Jha
*सेब (बाल कविता)*
*सेब (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
Taj Mohammad
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
लगे रहो भक्ति में बाबा श्याम बुलाएंगे【Bhajan】
Khaimsingh Saini
The greatest luck generator - show up
The greatest luck generator - show up
पूर्वार्थ
खोज सत्य की जारी है
खोज सत्य की जारी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Love yourself
Love yourself
आकांक्षा राय
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
Buddha Prakash
" ज़ेल नईखे सरल "
Chunnu Lal Gupta
"समझ का फेर"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार और भाव-2
विचार और भाव-2
कवि रमेशराज
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
Loading...