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22 Sep 2017 · 1 min read

ख़ारे धारे …

ख़ारे धारे …

कुछ गिले हमारे हैं और कुछ गिले तुम्हारे हैं l
…दिलों के इस खेल में हम दोनों ही दिल हारे हैं l
…….दोनों ही अब तन्हा हैं,दोनों ही वक्त के मारे हैं –
…………प्यार की सौगात फकत आँखों के ख़ारे धारे हैं l

सुशील सरना

Language: Hindi
239 Views
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