Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2017 · 1 min read

होठ की लाली

सुबह के सूर्य के जैसे,तेरे होठो की लाली है।

किसी सावन की बदली सी तेरी ये जुल्फ काली है।।

सुखद मकरन्द के जैसे जहाँ से खुसबुये आती।

वही राधा है जो सारे ज़माने से निराली है।।

कृतिकार
सनी गुप्ता मदन
9721059895
अम्बेडकरनगर

Language: Hindi
701 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
गरीब–किसान
गरीब–किसान
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तीर'गी  तू  बता  रौशनी  कौन है ।
तीर'गी तू बता रौशनी कौन है ।
Neelam Sharma
“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,
“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,
गुप्तरत्न
😢 #लघुकथा / #फ़रमान
😢 #लघुकथा / #फ़रमान
*Author प्रणय प्रभात*
क्रांतिवीर नारायण सिंह
क्रांतिवीर नारायण सिंह
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तेरा यूं मुकर जाना
तेरा यूं मुकर जाना
AJAY AMITABH SUMAN
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
रिस्ता मवाद है
रिस्ता मवाद है
Dr fauzia Naseem shad
इतनी खुबसूरत नही होती मोहब्बत जितनी शायरो ने बना रखी है,
इतनी खुबसूरत नही होती मोहब्बत जितनी शायरो ने बना रखी है,
पूर्वार्थ
मन में मदिरा पाप की,
मन में मदिरा पाप की,
sushil sarna
हिकारत जिल्लत
हिकारत जिल्लत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
Mr.Aksharjeet
💐Prodigy Love-49💐
💐Prodigy Love-49💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*घने मेघों से दिन को रात, करने आ गया सावन (मुक्तक)*
*घने मेघों से दिन को रात, करने आ गया सावन (मुक्तक)*
Ravi Prakash
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
इन आँखों में इतनी सी नमी रह गई।
लक्ष्मी सिंह
सुन मेरे बच्चे
सुन मेरे बच्चे
Sangeeta Beniwal
तेरे आँखों मे पढ़े है बहुत से पन्ने मैंने
तेरे आँखों मे पढ़े है बहुत से पन्ने मैंने
Rohit yadav
नैया फसी मैया है बीच भवर
नैया फसी मैया है बीच भवर
Basant Bhagawan Roy
क्या पता है तुम्हें
क्या पता है तुम्हें
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
किसी औरत से
किसी औरत से
Shekhar Chandra Mitra
दाना
दाना
Satish Srijan
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो  एक  है  नारी
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो एक है नारी
Anil Mishra Prahari
माफिया
माफिया
Sanjay ' शून्य'
बिहार एवं झारखण्ड के दलक कवियों में विगलित दलित व आदिवासी-चेतना / मुसाफ़िर बैठा
बिहार एवं झारखण्ड के दलक कवियों में विगलित दलित व आदिवासी-चेतना / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
बहुत कीमती है दिल का सुकून
बहुत कीमती है दिल का सुकून
shabina. Naaz
Is ret bhari tufano me
Is ret bhari tufano me
Sakshi Tripathi
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...