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7 Aug 2016 · 1 min read

है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास

है धरा प्यासी बुझा दे तू जरा सी प्यास
सींच दे आकर फसल हलधर लगाये आस
भीग जायें सुन हमारे गीत के भी बोल
ऐ घटा तू आज फिर ऐसा रचा दे रास
डॉ अर्चना गुप्ता

2 Comments · 574 Views
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