Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2017 · 1 min read

हे ! माँ

हे ! माते !
तू क्षितिज को छू सकती है ।
ऐसा किया भी, है तूने कई बार। जगजननी बनकर किया है तूने। सकल विश्व का ही उद्धार।
सर्वस्व मिलेगा तेरे द्वार।
बंटता तेरे दर पर प्यार।
जग का इक इक बालक,
तुमसे ही जन्मा है माता। देवि तू है इस, चराचर की
है तू लेखविधाता।
सहनशीलता तुझसे अधिक,
न हमने पाई सृष्टि में। त्यागमयी तुझसे अधिक न,
कोई मेरी दृष्टि में। करुणा की साक्षात प्रतिमूर्ति,
ही है तेरा परिचय । ममतामयी है तू प्यारी मां ,
स्नेह है तेरा अजेय । ओ मां तू धन्य है ! ,
तेरी जय!
तेरी जय, तेरी जय जय !
—रंजना माथुर दिनांक 06/07/2017
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
Tag: गीत
580 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मछली रानी
मछली रानी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मैथिली पेटपोसुआ के गोंधियागिरी?
मैथिली पेटपोसुआ के गोंधियागिरी?
Dr. Kishan Karigar
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
बावजूद टिमकती रोशनी, यूं ही नहीं अंधेरा करते हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
विषय- सत्य की जीत
विषय- सत्य की जीत
rekha mohan
तेरी जुस्तुजू
तेरी जुस्तुजू
Shyam Sundar Subramanian
ज़िंदगी इम्तिहान
ज़िंदगी इम्तिहान
Dr fauzia Naseem shad
कभी हुनर नहीं खिलता
कभी हुनर नहीं खिलता
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नारी
नारी
Acharya Rama Nand Mandal
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जहाँ करुणा दया प्रेम
जहाँ करुणा दया प्रेम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रातो ने मुझे बहुत ही वीरान किया है
रातो ने मुझे बहुत ही वीरान किया है
कवि दीपक बवेजा
मेरी चाहत
मेरी चाहत
Namrata Sona
सरस्वती वंदना-2
सरस्वती वंदना-2
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
आज का बालीवुड
आज का बालीवुड
Shekhar Chandra Mitra
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
🌹जादू उसकी नजरों का🌹
🌹जादू उसकी नजरों का🌹
SPK Sachin Lodhi
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
Rj Anand Prajapati
Being quiet not always shows you're wise but sometimes it sh
Being quiet not always shows you're wise but sometimes it sh
नव लेखिका
■ आज मेरे ज़मीं पर नहीं हैं क़दम।।😊😊
■ आज मेरे ज़मीं पर नहीं हैं क़दम।।😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
दोहे... चापलूस
दोहे... चापलूस
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
आप जब हमको दिखते हैं
आप जब हमको दिखते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पिता
पिता
Swami Ganganiya
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
Shakil Alam
Loading...