*****हास्य रस की गागर****
*दिया है जीवन ईश्वर ने
संजोना है इसे
हास्य से भरकर गागर इसकी
जीना है इसे |
*जितनी छलकाओगे
उतना ही आनंद पाओगे
अपने जीवन के साथ-साथ
दूसरों के जीवन में भी
आनंद और उल्लास तुम भर पाओगे |
*ना होना उदास
अगर कोई कठिनाई आए जो
हास्य रस का आस्वाद चख लेना
अमृत सदा अपनी वाणी में
तुम पाओगे |
*कहते हैं
हौंसले मजबूत हो तो
उड़ान भी ऊंची होती है
हर उड़ान की मंजिल भी
निश्चित होती है
मंजिल भी निश्चित होती है |