Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Apr 2017 · 1 min read

हाइकु : गर्मी/ग्रीष्म/लू/धूप/तपन/घाम

प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
——————
गर्मी/ग्रीष्म कालीन हाइकु

01. करारी धूप
कड़कने लगी है
री! गर्मी आई ।
☆☆☆
02. धूप से धरा
दरकने लगी है
बढ़ी जो ताप ।
☆☆☆
03. गर्मी प्रखर
खिला गुलमोहर
प्रेम असर ।
☆☆☆
04. धूप की आँच
देता अमलतास
पंथी को छाँह ।
☆☆☆
05. मन गुलाब
झुलसती धूप ने
जलाये ख़्वाब ।
☆☆☆
06. रवि धधका
धूप में तप कर
झुलसी धरा ।
☆☆☆
07. सूर्य की आग
ग्रीष्म की प्रखरता
बढ़े संताप ।
☆☆☆
08. जेठ-बैशाख
जल की पूजा करें
शीतल ख़्वाब ।
☆☆☆
09. जल मधुर
गर्मी में तरबूज
शीतल कूप ।
☆☆☆
10. लू की तपन
झुलस रही धरा
चाह सावन ।
☆☆☆☆
□ -प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
मो.नं. 7828104111

Language: Hindi
1 Like · 319 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
श्रम कम होने न देना _
श्रम कम होने न देना _
Rajesh vyas
बादलों को आज आने दीजिए।
बादलों को आज आने दीजिए।
surenderpal vaidya
"एक बड़ा सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
लकवा
लकवा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#लघु कविता
#लघु कविता
*Author प्रणय प्रभात*
प्रयास जारी रखें
प्रयास जारी रखें
Mahender Singh
जीवन में उन सपनों का कोई महत्व नहीं,
जीवन में उन सपनों का कोई महत्व नहीं,
Shubham Pandey (S P)
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
Hanuman Ramawat
*ज्ञानी (बाल कविता)*
*ज्ञानी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
द़ुआ कर
द़ुआ कर
Atul "Krishn"
3229.*पूर्णिका*
3229.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिकवा नहीं मुझे किसी से
शिकवा नहीं मुझे किसी से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ऋषि मगस्तय और थार का रेगिस्तान (पौराणिक कहानी)
ऋषि मगस्तय और थार का रेगिस्तान (पौराणिक कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हम जियें  या मरें  तुम्हें क्या फर्क है
हम जियें या मरें तुम्हें क्या फर्क है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
चरित्रार्थ होगा काल जब, निःशब्द रह तू जायेगा।
Manisha Manjari
मेहनत ही सफलता
मेहनत ही सफलता
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी।
उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
gurudeenverma198
इतना आसान होता
इतना आसान होता
हिमांशु Kulshrestha
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
Jannat ke khab sajaye hai,
Jannat ke khab sajaye hai,
Sakshi Tripathi
तेरी दुनिया में
तेरी दुनिया में
Dr fauzia Naseem shad
फूल बनकर खुशबू बेखेरो तो कोई बात बने
फूल बनकर खुशबू बेखेरो तो कोई बात बने
Er. Sanjay Shrivastava
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
"अश्क भरे नयना"
Ekta chitrangini
एक अच्छे मुख्यमंत्री में क्या गुण होने चाहिए ?
एक अच्छे मुख्यमंत्री में क्या गुण होने चाहिए ?
Vandna thakur
साँप ...अब माफिक -ए -गिरगिट  हो गया है
साँप ...अब माफिक -ए -गिरगिट हो गया है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
धड़कन धड़कन ( गीत )
धड़कन धड़कन ( गीत )
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नारी जागरूकता
नारी जागरूकता
Kanchan Khanna
Loading...