Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2017 · 1 min read

हर लम्हा खास है

मेरे दोस्त ज़िंदगी का हर लम्हा खास है।
तू हर पल इस तरह जी बस यही पल तेरे पास है।
बीता कल तो सिर्फ़ तुझको दर्द देकर जाएगा।
सिसकियाँ भरेगा तू और वह मुस्कुराएगा।परछाईयां बनके गम की न ढ़क ले उसे जो अब तेरे पास है।
आने वाला कल सिर्फ उम्मीदें जगाएगा,
बेहतर बनाने की आस में नींद भी गंवायेगा।
जी इस अंदाज़ में इस पल को तो तेरा आने वाला कल खुदबखुद बदल जायेगा।
ज़ी भर जी ले उसे जो जो तेरे पास है।
हर पल बुन तू ताबीर इस सुनहरे पल कि जो अब पास है।
पल-पल इस तरह चल जो लकीर बन जाये।
जी इस तरह ज़िन्दगी जो नज़ीर बन जाए।
हर खवाब हक़ीक़त मे बदल गुजर न जाए लम्हा भी बदले बिना।
इस बदलाव के फेर में गुजर न जाए कोई लम्हा भी मुस्कुराए बिना।
सारे बदलाव की वजह तेरी मुस्कान ही खास है।
तुझे तेरे रब ने उस हुनर से नवाज़ा है
तू बेनूर कलियों में भी रंग भर देगा।
जो बेइल्म रह गए उनको रोशन इल्मसे कर देगा।
तेरे इल्म की लौ ज़न्नत सा मुल्क कर देगी।
गरीब की झुग्गी भी रेखा इल्म से जगमग कर देगी।
उसे अपनी मेहनत और रब की रहमत का भरोसा खास है।

1 Like · 564 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3311.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3311.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"जांबाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
ऋतुराज (घनाक्षरी )
ऋतुराज (घनाक्षरी )
डॉक्टर रागिनी
दो💔 लफ्जों की💞 स्टोरी
दो💔 लफ्जों की💞 स्टोरी
Ms.Ankit Halke jha
लक्ष्मी-पूजन
लक्ष्मी-पूजन
कवि रमेशराज
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
एक शब के सुपुर्द ना करना,
एक शब के सुपुर्द ना करना,
*Author प्रणय प्रभात*
Aaj samna khud se kuch yun hua aankho m aanshu thy aaina ru-
Aaj samna khud se kuch yun hua aankho m aanshu thy aaina ru-
Sangeeta Sangeeta
वक्त वक्त की बात है ,
वक्त वक्त की बात है ,
Yogendra Chaturwedi
नजरिया
नजरिया
नेताम आर सी
प्रदीप : श्री दिवाकर राही  का हिंदी साप्ताहिक (26-1-1955 से
प्रदीप : श्री दिवाकर राही का हिंदी साप्ताहिक (26-1-1955 से
Ravi Prakash
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
पत्ते बिखरे, टूटी डाली
पत्ते बिखरे, टूटी डाली
Arvind trivedi
चंद हाईकु
चंद हाईकु
Dr. Pradeep Kumar Sharma
समुद्रर से गेहरी लहरे मन में उटी हैं साहब
समुद्रर से गेहरी लहरे मन में उटी हैं साहब
Sampada
ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
Ranjeet kumar patre
बात खो गई
बात खो गई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
International Camel Year
International Camel Year
Tushar Jagawat
किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत
किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत
विमला महरिया मौज
शमशान और मैं l
शमशान और मैं l
सेजल गोस्वामी
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बारिश की संध्या
बारिश की संध्या
महेश चन्द्र त्रिपाठी
गांधी के साथ हैं हम लोग
गांधी के साथ हैं हम लोग
Shekhar Chandra Mitra
सावन
सावन
Ambika Garg *लाड़ो*
13, हिन्दी- दिवस
13, हिन्दी- दिवस
Dr Shweta sood
इस नयी फसल में, कैसी कोपलें ये आयीं है।
इस नयी फसल में, कैसी कोपलें ये आयीं है।
Manisha Manjari
वाणी और पाणी का उपयोग संभल कर करना चाहिए...
वाणी और पाणी का उपयोग संभल कर करना चाहिए...
Radhakishan R. Mundhra
जितना आसान होता है
जितना आसान होता है
Harminder Kaur
चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की
चुप रहना ही खाशियत है इस दौर की
डॉ. दीपक मेवाती
Loading...