Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2017 · 1 min read

हर रात मै शिव से मिलता हूँ…

“हा हर रात मै शिव से मिलता हूँ…
बंद आँखों में ताण्डव रचता हूँ…

मै खुद ही खुद से यू मिलता हूँ…
पलक गिरा हृदय तक फिरता हूँ…

ख़्वाबो का सँसार यही पिरोता हूँ…
मन मै नई आस यही संजोता हूँ…

चन्दा को सर पर संजोकर…
सूरज का आव्हान यही तो करता हूँ…

बीते पलों से कुछ सीखकर..
नई सृष्टि का सृजन यही फिर करता हूँ…

हा हर रात मै शिव से मिलता हूँ…
बंद आँखों में ताण्डव रचता हूँ…”

✍कुछ पंक्तियाँ मेरी कलम से : अरविन्द दाँगी “विकल”

Language: Hindi
235 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इतना बवाल मचाएं हो के ये मेरा हिंदुस्थान है
इतना बवाल मचाएं हो के ये मेरा हिंदुस्थान है
'अशांत' शेखर
महिला दिवस
महिला दिवस
Surinder blackpen
निर्णय लेने में
निर्णय लेने में
Dr fauzia Naseem shad
थूंक पॉलिस
थूंक पॉलिस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बात
बात
Ajay Mishra
■ लघुकथा / सौदेबाज़ी
■ लघुकथा / सौदेबाज़ी
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
gurudeenverma198
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
Vishal babu (vishu)
Perhaps the most important moment in life is to understand y
Perhaps the most important moment in life is to understand y
पूर्वार्थ
नशा और युवा
नशा और युवा
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है
मेरे दिल में मोहब्बत आज भी है
कवि दीपक बवेजा
सरस्वती बंदना
सरस्वती बंदना
Basant Bhagawan Roy
2682.*पूर्णिका*
2682.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राम की रहमत
राम की रहमत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आ रहे हैं बुद्ध
आ रहे हैं बुद्ध
Shekhar Chandra Mitra
मन होता है मेरा,
मन होता है मेरा,
Dr Tabassum Jahan
!! बच्चों की होली !!
!! बच्चों की होली !!
Chunnu Lal Gupta
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें
ग़ज़ल/नज़्म - न जाने किस क़दर भरी थी जीने की आरज़ू उसमें
अनिल कुमार
हम करें तो...
हम करें तो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुबह की आहटें
सुबह की आहटें
Ranjana Verma
*बहकाए हैं बिना-पढ़े जो, उनको क्या समझाओगे (हिंदी गजल/गीतिक
*बहकाए हैं बिना-पढ़े जो, उनको क्या समझाओगे (हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
जय माता दी
जय माता दी
Raju Gajbhiye
"कैफियत"
Dr. Kishan tandon kranti
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
Subhash Singhai
रेशम की डोर राखी....
रेशम की डोर राखी....
राहुल रायकवार जज़्बाती
सबसे मुश्किल होता है, मृदुभाषी मगर दुष्ट–स्वार्थी लोगों से न
सबसे मुश्किल होता है, मृदुभाषी मगर दुष्ट–स्वार्थी लोगों से न
Dr MusafiR BaithA
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
मैंने  देखा  ख्वाब में  दूर  से  एक  चांद  निकलता  हुआ
मैंने देखा ख्वाब में दूर से एक चांद निकलता हुआ
shabina. Naaz
कौन यहाँ पर पीर है,
कौन यहाँ पर पीर है,
sushil sarna
Loading...