Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2016 · 1 min read

हम नही करते………

ज़माने के ग़मो की शिकायत हम नही करते,
किसी को आज़माने को मोहब्बत हम नही करते।
साथ चलने का वादा हम बदस्तूर निभाते हैं,
संग वो भी हो हरदम ये चाहत हम नही करते।
बारीकी से हर पहलू की तस्दीक करते हैं,
बिना जाने बिना समझे बगावत हम नही करते।
जो हैं वहू ज़माने को नज़र भी आतें हैं,
नुमाइश के लिए शराफ़त हम नही करते।
उसको मानते हैं और उसको पूजते हैं हम,
खुदा के नाम की सियासत हम नही करते ।
जो दिल में है उसे बेबाकी से बोल देते हैं,
लब्जों में ज़बरदस्ती मिलावट हम नही करते ।
खुदा से पायी ज़िन्दगी भरपूर जीते हैं,
इसे बर्बाद कर उससे अदावत हम नही करते।
यहॉ पर सबको अपनी जिन्दगी मर्ज़ी से जीनी है,
किसी के हक की खिलाफत हम नही करते।
हमे बस इतना कहना है किसी को ठेस न पहुचे,
कि खुदगर्ज़ी की सॉसों की वकालत हम नही करते ।
ज़रा कह दो खुदा का खौफ खाएं कहने से पहले,
जो कहते हैं कि कातिल पर रियायत हम नही करते।

390 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन का फलसफा/ध्येय यह हो...
जीवन का फलसफा/ध्येय यह हो...
Dr MusafiR BaithA
पूर्व दिशा से सूरज रोज निकलते हो
पूर्व दिशा से सूरज रोज निकलते हो
Dr Archana Gupta
जीवन दिव्य बन जाता
जीवन दिव्य बन जाता
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर  में  व्यापार में ।
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
चंद दोहे....
चंद दोहे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीनगी हो गइल कांट
जीनगी हो गइल कांट
Dhirendra Panchal
💐प्रेम कौतुक-374💐
💐प्रेम कौतुक-374💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
Ritu Asooja
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
Shyam Sundar Subramanian
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
अनिल कुमार
माया मोह के दलदल से
माया मोह के दलदल से
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विश्व हुआ है  राममय,  गूँज  सुनो  चहुँ ओर
विश्व हुआ है राममय, गूँज सुनो चहुँ ओर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अगले बरस जल्दी आना
अगले बरस जल्दी आना
Kavita Chouhan
देते ऑक्सीजन हमें, बरगद पीपल नीम (कुंडलिया)
देते ऑक्सीजन हमें, बरगद पीपल नीम (कुंडलिया)
Ravi Prakash
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
Shekhar Chandra Mitra
शुभ को छोड़ लाभ पर
शुभ को छोड़ लाभ पर
Dr. Kishan tandon kranti
*खोटा था अपना सिक्का*
*खोटा था अपना सिक्का*
Poonam Matia
2757. *पूर्णिका*
2757. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारे हमारे एहसासात की है
तुम्हारे हमारे एहसासात की है
Dr fauzia Naseem shad
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
Hitanshu singh
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
प्रबुद्ध लोग -
प्रबुद्ध लोग -
Raju Gajbhiye
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
खुद को संभालो यारो
खुद को संभालो यारो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
🌲प्रकृति
🌲प्रकृति
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...