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21 May 2016 · 1 min read

हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा

हमें वो देने ख़ुशी बेहिसाब आएगा
शिकायतों की मगर ले किताब आएगा

हमारी नज़रों से गर आसमान में देखो
तुम्हें हमारा नज़र माहताब आएगा

न जाम की है जरुरत न साकी की हमको
वो नैन से ही पिलाने शराब आएगा

भले बिछाए यहाँ राह में कोई काँटे
हुनर से अपने वो हो कामयाब आएगा

असर भी प्यार का ये देख अर्चना लेना
उगाने भोर नई आफताब आएगा

डॉ अर्चना गुप्ता

3 Comments · 542 Views
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