Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2017 · 1 min read

सौभाग्य” (लघु कथा)

आज बेटे की ईन्जिनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने पर उसके दीक्षान्त समारोह में उपस्थित माँ अपने अतीत में गोते लगाने लगी।आज उसे देखने लड़का व उसका परिवार आ रहा था,खबर थी कि वो इन्जिनियर है और किसी अच्छी फर्म में कार्यरत,देखने दरशने में अच्छा खासा,नापसंद करने का कोई कारण नज़र नहीं आया अतःघर वालों ने तुरत फुरत सगाई कर कुछ ही दिनों में धूमधाम से शादी कर ससुराल विदा कर दिया।
आँखों में सपनों का संसार सजाये वो बहुत खुश थी।
सुनहरे आकाश में उड़ान भरने के लिए डैनों मं कुलबुलाहट शुरु होने ही लगी थी कि झूठ की कलई उतर गई।
सच खुला तो भाई उसे सम्मान के साथ झूठ के दलदल से निकाल वापस ले आये।
तभी तालियों की गड़गड़ाहट से उसका तंद्रा टूटी,मंच पर उसकी कोख में पला अंकुर डिग्री ग्रहण कर रहा था।
मायके का साथ ,आत्मसम्मान और आत्मविश्वास झूठ से लड़ने की ताकत…
अपने सौभाग्य पर गर्व से मस्तक और ऊँचा हो गया उसका ।
अपर्णाथपलियाल”रानू”
५ ०७ २०१७

Language: Hindi
361 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
'Here's the tale of Aadhik maas..' (A gold winning poem)
'Here's the tale of Aadhik maas..' (A gold winning poem)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
#क़तआ_मुक्तक
#क़तआ_मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
बंद करो अब दिवसीय काम।
बंद करो अब दिवसीय काम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
★गहने ★
★गहने ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मेला एक आस दिलों🫀का🏇👭
मेला एक आस दिलों🫀का🏇👭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शुभ हो अक्षय तृतीया सभी को, मंगल सबका हो जाए
शुभ हो अक्षय तृतीया सभी को, मंगल सबका हो जाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2709.*पूर्णिका*
2709.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
देखी नहीं है कोई तुम सी, मैंने अभी तक
देखी नहीं है कोई तुम सी, मैंने अभी तक
gurudeenverma198
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
सकारात्मक सोच अंधेरे में चमकते हुए जुगनू के समान है।
सकारात्मक सोच अंधेरे में चमकते हुए जुगनू के समान है।
Rj Anand Prajapati
उर्दू
उर्दू
Surinder blackpen
अड़बड़ मिठाथे
अड़बड़ मिठाथे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मंदिर बनगो रे
मंदिर बनगो रे
Sandeep Pande
घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे…
घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे…
Anand Kumar
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
इस क्षितिज से उस क्षितिज तक देखने का शौक था,
इस क्षितिज से उस क्षितिज तक देखने का शौक था,
Smriti Singh
हम तुम्हें सोचते हैं
हम तुम्हें सोचते हैं
Dr fauzia Naseem shad
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
Ravi Prakash
हारने से पहले कोई हरा नहीं सकता
हारने से पहले कोई हरा नहीं सकता
कवि दीपक बवेजा
The jaurney of our life begins inside the depth of our mothe
The jaurney of our life begins inside the depth of our mothe
Sakshi Tripathi
💐प्रेम कौतुक-157💐
💐प्रेम कौतुक-157💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
*भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार*
Poonam Matia
उजियारी ऋतुओं में भरती
उजियारी ऋतुओं में भरती
Rashmi Sanjay
गीतिका-
गीतिका-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
धरती का बेटा
धरती का बेटा
Prakash Chandra
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
पूर्वार्थ
Loading...