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9 Dec 2016 · 1 min read

सूरज के घर मची खलबली

जब भी धरती पर शमा जली
सूरज के घर मची खलबली

गांधी के फोटो के पीछे
मिली हमें हर जगह छिपकली

चंदा है बेचैन गगन में
इक जुगनू की बारात चली

सिसक रहे काजू कोने में
अब नाच रही है मूंगफली

जलता रहता मोम यहाँ पर
पुजते हैं पत्थर गली गली

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