Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2017 · 2 min read

सुनो सुनो विनती माँ मेरी

सुनो सुनो विनती माँ मेरी, सुनो सुनो विनती माँ मेरी।
मुझको पास बुला लो माँ, गले से अपने लगा लो माँ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी….२
झर-झर बहते आँख से आंसू, रोता है मन मेरा।
सारे जग को ठुकरा कर माँ, द्धार हैं ढूढ़ा तेरा।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी….२
तेरे आँचल में हैं मैया, तीन लोक की माया,
सृष्टि के हर जीव है तुझसे, सो पाया ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी…..२
मेरे जीवन में गम है माँ, दिल में दर्द भरा है,
कोई ना समझा माँ मुझको, शरण तेरे तब आया।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी…..२
सुख-दुःख तेरे हाथो में, कर दे उजाला रातो में,
मेरी नयना तरस रही माँ, ममता तो बरसा दे माँ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी……२
शक्ति-कर्म और धीरज मन का, तुझसे है सब लेना,
खाली झोली तड़प रही है, डाल ना मुझको देना।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी…..२
मुझको तू ठुकराना ना, भटके को भटकाना ना,
तेरे शरण में आया मैया, दूर हमे ना करना माँ ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी…..२
दिल से यादे उसकी मिटा दे, मुझको तू अपना बना ले,
तड़पा हूँ माँ प्यार बिना, अब तू माँ का प्यार दे दे।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी……२
तेरे खजाने में जगजननी, अष्ट सिद्धि नव माया,
तेरे दर देव भी आके, जो माँगा सो पाया ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी…..२
श्रीधर ध्यानु तेरे दर पर, आकर दर्शन पाया,
मैं भी खड़ा हूँ दर तेरे, दुःख सन्ताप तू हर मेरे।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी….२
आँखों से आशू सुख गए माँ, जीवन फूल मुरझा गए माँ,
दर्शन देके मुझको मैया, अपनी गोदी उठा लो ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी….२
हर तरफ से गम ही पाया, दिल में जख्म हैं मेरे,
सीने से अब लगा लो मैया, जख्म मरहम लगा,
तड़पा हूँ माँ प्यार बिना, अब माँ का प्यार तुम दे दो ।
सुनो सुनो विनती माँ मेरी…..२

Language: Hindi
Tag: गीत
654 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शायरी
शायरी
डॉ मनीष सिंह राजवंशी
प्रेम निवेश है ❤️
प्रेम निवेश है ❤️
Rohit yadav
छोटी-सी मदद
छोटी-सी मदद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
कार्तिक नितिन शर्मा
*कैसे भूले देश यह, तानाशाही-काल (कुंडलिया)*
*कैसे भूले देश यह, तानाशाही-काल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
खुल के सच को अगर कहा जाए
खुल के सच को अगर कहा जाए
Dr fauzia Naseem shad
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
प्रेमदास वसु सुरेखा
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये
Swami Ganganiya
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
“WE HAVE TO DO SOMETHING”
“WE HAVE TO DO SOMETHING”
DrLakshman Jha Parimal
१.भगवान  श्री कृष्ण  अर्जुन के ही सारथि नही थे वे तो पूरे वि
१.भगवान श्री कृष्ण अर्जुन के ही सारथि नही थे वे तो पूरे वि
Piyush Goel
क्रिकेट का पिच,
क्रिकेट का पिच,
Punam Pande
“मां बनी मम्मी”
“मां बनी मम्मी”
पंकज कुमार कर्ण
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
वर्णिक छंद में तेवरी
वर्णिक छंद में तेवरी
कवि रमेशराज
गोविंदा श्याम गोपाला
गोविंदा श्याम गोपाला
Bodhisatva kastooriya
चंद एहसासात
चंद एहसासात
Shyam Sundar Subramanian
वह देश हिंदुस्तान है
वह देश हिंदुस्तान है
gurudeenverma198
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
बाल कविता: मुन्ने का खिलौना
Rajesh Kumar Arjun
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
#सनातन_सत्य
#सनातन_सत्य
*Author प्रणय प्रभात*
3188.*पूर्णिका*
3188.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेमौसम की देखकर, उपल भरी बरसात।
बेमौसम की देखकर, उपल भरी बरसात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जिसका समय पहलवान...
जिसका समय पहलवान...
Priya princess panwar
गम को भुलाया जाए
गम को भुलाया जाए
Dr. Sunita Singh
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
manjula chauhan
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
Loading...