Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2016 · 1 min read

सुधा सिंधु से तर निकाली हो जैसे

गीतिका
सुधा सिंधु से तर निकाली हो जैसे।
शरद चाँदनी तुम दिवाली हो जैसे।

हृदय पुष्प आश्रय सतत पाये जाता।
तुम्हीं वह उराधार डाली हो जैसे।

भरे भाव भीतर भले भव के भारी।
बिना आपके चित्त खाली हो जैसे।

मुरझता विखरता रहा जीवन उपवन।
सदा सींचते प्रेम – माली हो जैसे।

सकल संपदा सौंप दे ईश्वर लेकिन।
तुम्हें पा जगत राशि टाली हो जैसे।

टिके क्यों न दृग देख मंजुल वो आभा।
पगा प्रेम में मूर्ति ढाली हो जैसे।

सुवासित सुभासित मधुरता ये ‘इषुप्रिय’।
प्रकृति ने युगों तक सम्हाली हो जैसे।

अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’
रामपुर कलाँ,सबलगढ(म.प्र.)

1 Like · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
View all
You may also like:
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
दुष्यन्त 'बाबा'
कुछ तो बात है मेरे यार में...!
कुछ तो बात है मेरे यार में...!
Srishty Bansal
*तपती धूप सता रही, माँ बच्चे के साथ (कुंडलिया)*
*तपती धूप सता रही, माँ बच्चे के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
I've washed my hands of you
I've washed my hands of you
पूर्वार्थ
कोरे कागज़ पर
कोरे कागज़ पर
हिमांशु Kulshrestha
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
क्या मिटायेंगे भला हमको वो मिटाने वाले .
क्या मिटायेंगे भला हमको वो मिटाने वाले .
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
दोहा
दोहा
sushil sarna
"सौन्दर्य"
Dr. Kishan tandon kranti
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सागर सुखा है अपनी मर्जी से..
सागर सुखा है अपनी मर्जी से..
कवि दीपक बवेजा
2943.*पूर्णिका*
2943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन में ख़ुशी
जीवन में ख़ुशी
Dr fauzia Naseem shad
घायल तुझे नींद आये न आये
घायल तुझे नींद आये न आये
Ravi Ghayal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
नितिन पंडित
कान्हा भजन
कान्हा भजन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ऐसा इजहार करू
ऐसा इजहार करू
Basant Bhagawan Roy
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
You cannot find me in someone else
You cannot find me in someone else
Sakshi Tripathi
*जातिवाद का खण्डन*
*जातिवाद का खण्डन*
Dushyant Kumar
साल ये अतीत के,,,,
साल ये अतीत के,,,,
Shweta Soni
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
है अभी भी वक़्त प्यारे, मैं भी सोचूंँ तू भी सोच
है अभी भी वक़्त प्यारे, मैं भी सोचूंँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था का भविष्य
भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था का भविष्य
Shyam Sundar Subramanian
स्वभाव
स्वभाव
Sanjay ' शून्य'
उर्दू
उर्दू
Surinder blackpen
बिहार में दलित–पिछड़ा के बीच विरोध-अंतर्विरोध की एक पड़ताल : DR. MUSAFIR BAITHA
बिहार में दलित–पिछड़ा के बीच विरोध-अंतर्विरोध की एक पड़ताल : DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
रिश्तो की कच्ची डोर
रिश्तो की कच्ची डोर
Harminder Kaur
मुक्तक
मुक्तक
Rashmi Sanjay
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...