Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2017 · 1 min read

सिखाया पाठ जीवन का, गुरूकुल हो गई अम्मा

जो आँखों से गिरा मोती, तो व्याकुल हो गई अम्मा
ख़ुशी से जो खिला चेहरा, तो बुलबुल हो गई अम्मा
मेरे सुख साथ अम्मा के मेरे दुख साथ अम्मा के
सिखाया पाठ जीवन का, गुरूकुल हो गई अम्मा

Language: Hindi
467 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बासी रोटी...... एक सच
बासी रोटी...... एक सच
Neeraj Agarwal
*जिंदगी  जीने  का नाम है*
*जिंदगी जीने का नाम है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तख्तापलट
तख्तापलट
Shekhar Chandra Mitra
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
पूर्वार्थ
लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर
लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर
कवि दीपक बवेजा
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बिहार क्षेत्र के प्रगतिशील कवियों में विगलित दलित व आदिवासी चेतना
बिहार क्षेत्र के प्रगतिशील कवियों में विगलित दलित व आदिवासी चेतना
Dr MusafiR BaithA
* जगो उमंग में *
* जगो उमंग में *
surenderpal vaidya
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
Ravi Prakash
हैप्पी होली
हैप्पी होली
Satish Srijan
नियम, मर्यादा
नियम, मर्यादा
DrLakshman Jha Parimal
💐प्रेम कौतुक-538💐
💐प्रेम कौतुक-538💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सैनिक
सैनिक
Mamta Rani
रामचरितमानस
रामचरितमानस
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
सादगी
सादगी
राजेंद्र तिवारी
गौतम बुद्ध है बड़े महान
गौतम बुद्ध है बड़े महान
Buddha Prakash
तुम्हारी निगाहें
तुम्हारी निगाहें
Er. Sanjay Shrivastava
■ सियासत के पाखण्ड। सुर्खी में आने के बीसों बहाने।।😊😊
■ सियासत के पाखण्ड। सुर्खी में आने के बीसों बहाने।।😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
खेल खिलौने वो बचपन के
खेल खिलौने वो बचपन के
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
Rj Anand Prajapati
अधमी अंधकार ....
अधमी अंधकार ....
sushil sarna
जून की दोपहर (कविता)
जून की दोपहर (कविता)
Kanchan Khanna
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
Ajay Kumar Vimal
कोहरा और कोहरा
कोहरा और कोहरा
Ghanshyam Poddar
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
लक्ष्मी सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
"आत्मा"
Dr. Kishan tandon kranti
खत
खत
Punam Pande
Loading...